10 वर्षों के अंदर करंट से आठ हाथियों की दर्दनाक मौत
नई दिल्ली। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे रामनगर वन प्रभाग, तराई पश्चिम वन प्रभाग व अल्मोड़ा डिविजन में पिछले दस सालों में बिजली करंट की चपेट में आने से करीब आठ हाथियों की मौत हो चुकी है।
खासकर जिम कॉर्बेट के ढिकाला, बिजरानी और ढेला जोन से गुजर रही हाईटेंशन लाइन हाथियों की सुरक्षा के लिए बेहद गंभीर है। इन जगहों पर लगातार हाथियों की करंट से मौत हो चुकी है। चोरपानी के पास टस्कर हाथी की मौत से जिम कॉर्बेट पार्क के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
पार्क के अधिकारियों के अनुसार हाथी की करंट से मौत हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि हाथी लगातार गांव की ओर से आ रहा था, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बताया कि जिम कॉर्बेट से लगातार हाथियों के बाहर निकलने का सिलसिला जारी है। आसपास के ग्रामीणों का आरोप है कि जिम कॉर्बेट में 15 सौ से अधिक हाथी हैं, लेकिन पार्क प्रशासन हाथियों के मूवमेंट पर नजर नहीं रख रहा है। जिस कारण ये हादसे हो रहे हैं। जिम कॉर्बेट और आसपास के डिविजनों में पिछले 10 वर्षों भीतर करीब आठ हाथियों की करंट से मौत हो चुकी है।
रामनगर। ढिकाला जोन में हाईटेंशन लाइन के चलते हाथियों के लिए सबसे खतरनाक जोन में से एक है। यहां हाथियों का मूवमेंट अधिक है। ऐसे में हाईटेंशन लाइन से हमेशा वन्यजीव के लिए खतरे की आशंका रहती है। कालागढ़ से हाईटेंशन लाइन जंगल होते हुए ढिकाला जोन में आ रही है। बारिश के दौरान इस जोने में हाथियों की मौत की घटनाओं के बावजूद लाइन शिफ्ट नहीं की गई।
रामनगर। कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी रेंज से सटे गौजानी गांव में शनिवार रात खेत की बाड़ के करंट से टस्कर की मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे वन अधिकारियों को हाथी की सूड़ में एक बल्ब भी फंसा मिला है। सूचना पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंजर राजकुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वन विभाग ने हाथी का पोस्टमार्टम कराया है।
बिजरानी के रेंज अधिकारी राजकुमार ने बताया कि ग्राम गौजानी निवासी कैलाश तिवारी के खेत में नर हाथी का शव मिला है। उनके अनुसार हाथी की उम्र करीब 40 वर्ष है। हाथी की मौत संभवत करंट लगने से हुई है। सकी सूंड़ में एक बल्ब भी फंसा है। खेत स्वामी ने निगरानी के लिए बगीचे में बिजली लाइन की लाइन लगाई थी। घटना की जानकारी आला अफसरों को दे दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर हाथी की मौत की सही वजह साफ हो सकेगी।
क्षेत्र पर रेंज अधिकारी आमने-सामने: बिजरानी के रेंजर राजकुमार ने बताया कि जिस क्षेत्र में घटना हुई है, वह तराई पश्चिमी वन प्रभाग की आमपोखरा रेंज से सटा है। जबकि तराई पश्चिम वन प्रभाग आमपोखरा रेंज के रेंजर विपिन कुमार ने बताया कि घटनास्थल उनके क्षेत्र में नहीं, बल्कि कॉर्बेट नेशनल पार्क का क्षेत्र है।