हमीरपुर : पत्नी के मायके से ना लौटने से क्षुब्द मजदूर पति ने लगाई फांसी
परिजनों में पुलिस को सूचित किए बगैर किया अंतिम संस्कार
सुमेरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पलरा में बीती रात एक मजदूर ने ग्राम प्रधान से झगड़कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
सुबह प्रधान ने परिजनों के साथ मिलकर पुलिस को बगैर सूचित किए मृतक का गांव में अंतिम संस्कार कर दिया.
प्रधान ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मृतक की पत्नी मायके से नहीं आ रही थी.
इसी से क्षुब्ध होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया है. पलरा गांव निवासी करिया उर्फ जगमोहन 40 वर्ष प्रवासी मजदूर था.
लॉकडाउन के समय यह दिल्ली से आकर गांव में रुका हुआ था. मौजूदा समय में ग्राम पंचायत द्वारा कराए गए कार्यों में मजदूरी करता था.
इस समय यह सामुदायिक शौचालय में कार्य कर रहा था.
मंगलवार को काम से लौटने के बाद उसने शराब पी और मजदूरी के पैसे को लेकर ग्राम प्रधान रामलखन से फोन पर विवाद किया और घर में घुसकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
सुबह ग्राम प्रधान की मौजूदगी में परिजनों ने पुलिस को बगैर सूचित किए गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया.
ग्राम प्रधान ने विवाद की बात को पूरी तरह से निराधार बताया और कहा कि वह पत्नी के मायके से ना आने के कारण दुखी रहता था.
इसी से परेशान होकर आत्महत्या की है. पुलिस को सूचना न देने की वजह उन्होंने परिजनों की मंशा बताते हुए कहा कि उनकी इसमें कोई भूमिका नहीं है.
गांव में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है।