बिहार में सूर्यग्रहण के दौरान बंद रहे मंदिर, स्नान-दान व पूजा करते दिखे लोग..
साल का पहला सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) शुरू होने के साथ बिहार में मंदिरों के पट बंद हो गए। ग्रहण काल में लोग अपने घरों में रहे। लोग सूर्यग्रहण के दौरान उसे देखने के लिए भी उत्सुक दिखे। इस बीच बिहार में सूर्यग्रहण पर मानसून का ग्रहण लगता रहा। जगह-जगह घने बादलों में सूर्य छिपता रहा। इसके बाद स्नान-दान व पूजा का दौर शुरू हुआ।
सूर्यग्रहण के दौरान बिहार में मानसून के बादलों के बीच सूरज की लुका छिपी जारी रही। पटना में कभी धूप तो कभी छांव की स्थिति रही। पटना में ग्रहण का कटा सूर्य नजर आया।
सूर्यग्रहण के दौरान पूजा-पाठ निषिद्ध माना जाता है। इस कारण मंदिरों के कपाट बंद पड़े रहे। पटना का प्रसिद्ध महावीर मंदिर बंद रहा। राजधानी के अन्य मंदिर भी बंद रहे।
ग्रहण के दौरान राज्य के अन्य मंदिर भी बंद रहे। मुजफ्फरपुर के प्रसिद्ध गरीबनाथ मंदिर में अन्य दिन भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन आज द्वार बंद रहे। ग्रहण के दौरान बाबा गरीब नाथ मंदिर में पुजारी पाठ करते रहे।
ग्रहण के दौरान लोगों में इसे देखने की उत्सुकता रही। पटना के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र में इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। इसे नंगी आंखों से देखना खतरनाक था। इस कारण लोगों ने एहतियात बरती।
सूर्यग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान-दान व पूजा का दौर चला। लोगों ने नदियों में स्नान किया तथा पूजा कर दान किए। हालांकि, इस दौरान शरीरिक दूरी रखने के प्रावधान की धज्जियां उड़ती दिखीं।
बिहार के प्रमुख शहरों में सूयग्रहण का समय
– पटना: सुबह 10.37 बजे से अपराह्न 02.04 बजे तक।
– मुजफ्फरपुर: सुबह 10.38 बजे से अपराह्न 02.10 बजे तक
– भागलपुर: सुबह 10.42 बजे से अपराह्न 02.14 बजे तक