WORLD BRAIN TUMOR DAY 2020 : यदि सही समय पर पता चल जाये तो ब्रेन ट्यूमर भी नहीं खतरनाक
ब्रेन ट्यूमर हमेशा से ही बेहद खतरनाक और जानलेवा बीमारियों में माना जाता है। आमतौर पर इसका इलाज केवल सर्जरी ही माना जाता है। इसकी सर्जरी भी बहुत ही जटिल होती है, लेकिन मार्डन टेक्नोलॉजी की वजह से अब ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी में भई हाइड्रोसील या हार्निया के ऑपरेशन जितना ही रिस्क फैक्टर बचा है। वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे के मौके पर मौजूदा दौर में एक्सपर्ट से जानेंगे इसके खतरों, लक्षण और इलाज के बारे में जानेंगे।
जब ब्रेन के न्यूरान्स और सेल्स बेकाबू होकर बढ़ने लगते हैं और एक गांठ का आकार ले लेते हैं। यह गांथ लगातार बड़ी होती जाती है। इसका प्रभाव बॉडी पर अलग-अलग तरह से पड़ने लगता है।
दो तरह के ब्रेन ट्यूमर होते हैं
1. बिनाइन ट्यूमर- यह धीरे-धीरे बढ़ते हैं, यह दिमाग की सेल्स से ही बनते हैं।
2. मेलिग्नेंट ट्यूमर- यह तेजी से बढ़ते हैं। इसमें कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों को बिलकुल न करें अनदेखा
- सिर दर्द होना खासतौर पर सोते वक्त या सुबह उठते वक्त।
- मिर्गी के झटके आना, कमजोरी, शरीर का सुन्न हो जाना।
- आवाज में बदलाव
- देखने की क्षमता प्रभावित होना।
- कम सुनाई देना।
- याददाश्त प्रभावित होना।
- चलने में नियंत्रण न होना।