आप चाहते बिना रुके अपना विकास करना तो अपनाये तो कुछ खास टिप्स
दुनिया में शायद ही कोई होगा, जो अपना डिवेलपमेंट नहीं चाहता होगा। इसके साथ ही करियर के सफर में सही तरीके से हर मोड़ पर सही फैसला लेना बहुत जरूरी होता है। सही प्लानिंग, पॉजिटिव अप्रोच के साथ बढ़ने पर ही मंजिल को आसानी से हासिल किया जा सकता है। वहीं साल दर साल यह सफर जारी रहता है और तब जाकर आप करियर के उस पोजिशन पर पहुंच पाते हैं, जहां से पीछे देखने पर आपको सुखद अहसास होता है। इस दौरान आपको हर साल, हर पल ईमानदारी से यह आकलन करना होता है कि कहां कमी रह गई है। वहीं खुद से सच बोलना होता है। बीते साल आपसे क्या कमी रह गई, आपसे बेहतर कोई और नहीं बता सकता है। इसके अलावा जरूरी है कि आप उन कमियों को दूर करें और नए रेजॉल्युशन के साथ सफलता की उड़ान भरें। इसके अलावा यहां दिए जा रहे टिप्स निश्चित रूप से आपके करियर को निखारने में मददगार साबित हो सकते हैं।
कम्यूनिकेशन के तौर तरीकों को सीखना और अमल में लाना
जैसे-जैसे आपकी कंपनी अच्छा करने लगती है, वैसे-वैसे उसका विस्तार होता है। यह विस्तार ग्लोबल स्तर पर होता है। ऐसे में आपको नए सिरे से अपने कम्यूनिकेशन लेवल को बेहतर करना होता है। ऐसे में कई बार आपका आउटपुट इस बात पर निर्भर करता है कि आप सामने वाले से किस तरीके का कम्यूनिकेशन रखते हैं। आपको कई बार ई-मेल हैबिट्स को अडॉप्ट करना होता है और उन नई चीजों को अपने लाइफ स्टाइल का हिस्सा बनाना होता है, जो कम्यूनिकेशन का हिस्सा बन रही हैं। इसके अलावा फोन पर इफेक्टिव कम्यूनिकेशन करने के तरीकों को भी सीखना होता है। आपको लगता है कि आप अपने करियर और पर्सनैलिटी में यहां पर कमी महसूस कर रहे हैं, तो आप नए सिरे से अपने कम्यूनिकेशन को बेहतर करने के लिए पहल कर सकते हैं।
नए स्किल से अपडेट करना
आज के दौर में वर्कप्लेस पर नए स्किल्स की डिमांड बढ़ रही है। वर्किंग कल्चर में उन्हें ज्यादा अहमियत दी जाती है, जो अपने जॉब प्रोफाइल से हटकर स्किल डिवेलप करते हैं। ऐसे में नए साल के मौके पर आप नए कौशल के साथ कदम बढ़ा सकते हैं। इससे ऑफिस में आपकी निर्भरता तो बढ़ती ही है, साथ ही लोग आपकी तारीफ भी करते हैं। कई कंपनियां ऐसी हैं, जो अपने एंप्लॉयर को स्किल को निखारने की सुविधा मुहैया करा रही हैं। आप निश्चित रूप से ऐसे अवसर का फायदा उठाएं।
रिस्क लेना सीखें
कंपनियां जब बड़े इन्वेस्ट करती हैं, तो उन्हें ऐसे लोगों की तलाश होती है, जो उनके इरादों को सफल बनाएं। ऐसे में आपकी जिम्मेदारी बनती है कि आप आगे बढ़े और ज्यादा से ज्यादा काम करने की कोशिश करें। अगर आपके एम्प्लॉयर ऐसा प्लेटफॉर्म नहीं प्रोवाइड करते हैं, तो आपको खुद से इसके लिए पहल करना होगा। आप फ्रीलांसर हैं या फिर आपका अपना बिजनेस है, तो भी यह आदत फायदेमंद साबित हो सकती है। रिस्क लेकर जब आप सफल होने लगते हैं, तो यह आपके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाता है।
ऑफिस से बाहर, नेटवर्क करें स्ट्रॉन्ग
वर्तमान में रेफरल कल्चर हायरिंग का हिस्सा बन गया है। कंपनियां रेफरल कैंडिडेट्स को हायर करने में दिलचस्पी दिखाती हैं। इसके जरिए उन्हें कम मेहनत में उम्दा कैंडिडेट्स मिल जाते हैं और उनका हायरिंग प्रॉसेस आसान हो जाता है। ऐसे में अगर आप अपने पूर्व सहयोगियों और दोस्तों के साथ टच में रहते हैं, तो इससे आपको जॉब में अच्छे अवसर मिलते हैं। वैसे भी ऑफिस से बाहर लोगों के साथ मिलना और उनके साथ क्वॉलिटी टाइम बिताना अच्छी आदत होती है। इसलिए नए साल में यह आपके लिए एक रेजॉलूशन हो सकता है।
टेक्नॉलजी में महारत हासिल करना
वर्कप्लेस पर प्रॉडक्टविटी को बढ़ाने के लिए कंपनियां स्मार्टफोन और नए ऐप यूज कर रही हैं। ऐसे में टेक्नॉलजी में होने वाले बदलावों के अनुसार खुद को अप टू डेट रखना जरूरी हो गया है। अगर आप एक टेक्नो वर्कर हैं, तो आपके आस-पास हो रहे बदलावों पर नजर रखना और भी ज्यादा जरूरी है। आप टेक्नॉलजी में महारत हासिल करने के बाद ही अपने काम में बदलाव ला सकते हैं और तेजी से तरक्की कर सकते हैं।