रोहिंग्या शरणार्थियों को ले जाने वाली नौका पलटी, 15 की मौत
बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में संत मार्टिन आइलैंड (Saint Martin’s Island) के करीब मंगलवार को रोहिंग्या नागरिकों वाली एक नौका पलट गई जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई। नौका में कुल 130 रोहिंग्या सवार थे। इस हादसे में 70 लोगों के बचाए जाने की खबर है लेकिन बड़ी संख्या में लोग अब भी लापता हैं। यह नौका बंगाल की खाड़ी से मलेशिया जा रही थी।
तटरक्षक बल के प्रवक्ता हमिदुल इस्लाम का कहना है कि 70 लोगों को बचा लिया गया है। वर्ष 2017 में सैन्य कार्रवाई के बाद म्यामांर से भागे 7,00,000 से अधिक रोहिंग्या बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों में रह रहे थे। हमिदुल इस्लाम ने बताया कि शरणार्थियों से भरी दो नौका मलेशिया जा रही थी। उन्होंने बताया, ‘डूबी हुई एक नौका बरामद की गई लेकिन दूसरे का पता नहीं। इसके लिए तलाश जारी है।’ तटरक्षक कमांडर नईम उल हक ने बताया, ‘अब तक 14 शव मिले हैं, 70 लोगों को बचाया जा चुका है।’
बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने बताया कि खाड़ी में डूबी नौका में कैंपों से बाहर रहने वाले रोहिंग्या सवार थे और वे मलेशिया में अवैध तरीके से घुसने की कोशिश में थे। ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, बांग्लादेश के कॉक्स बाजारी स्थित कैंपों में 1 मिलियन से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी हैं।
उल्लेखनीय है कि नवंबर से मार्च के बीच समुद्र शांत रहता है और मछली पकड़ने की छोटी नौकाएं भी इसमें उतर सकती हैं, ऐसे में तस्करी बढ़ जाती है। संयुक्त राष्ट्र का आंकड़े के अनुसार, 2012-2015 के बीच 170,000 से अधिक लोगों की तस्करी दक्षिण पूर्वी एशिया में की गई।
वर्ष 2014 में बांग्लादेश में अगवा कर मलेशिया ले जाए गए रोहिंग्या कार्यकर्ता जियाउर रहमान (Ziaur Rahman) ने बताया कि रोहिंग्याओं का शोषण किया जा रहा है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की ओर से इस समस्या पर किसी तरह का समाधान नहीं दिया जा रहा है।