जयपुर को मिला वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का प्रमाण पत्र, मिलेगा पर्यटन को और बढ़ावा
UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में भारत का एक और बहुत ही खूबसूरत शहर शामिल हो चुका है, वो है जयपुर। वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा मिलने के करीब 6 महीने बाद UNESCO की डीजी आंद्रे अजोले ने राज्य के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह को इसका प्रमाण पत्र सौंपा। इस अवसर पर नगरीय शासन मंत्री धारीवाल, ऊर्जा मंत्री बी जी कल्ला और मुख्य सचिव डी बी गुप्ता भी उपस्थित थे। इस मौके पर आन्द्रे ने कहा, जयपुर सही मायने में यूनेस्को सिटी है।
उन्होंने कहा, अपनी भव्य इमारतों और गौरवशाली इतिहास के चलते जयपुर का नाम दुनियाभर में मशहूर है। इसके अलावा यहां की जूलरी, हैंडीक्रॉफ्ट्स और भी चीज़ें दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए हैं। वर्ल्ड हेरिटेज लिस्ट में अपनी जगह बनाए रखना आसान नहीं क्योंकि इससे लोगों पर प्रेशर बना रहता है और वे इसके लिए लगातार प्रयासरत रहते हैं। यूनेस्को डीजी आन्द्रे अजोले ने अपनी टीम के साथ सुबह जयपुर के आमरे किले का भ्रमण किया। टीम आमेर स्थित सरकारी स्कूल भी गई वहां स्टूडेंट्स से मुलाकात की।
बाकू (अजरबैजान) में 30 जून से 10 जुलाई 2019 तक यूनेस्को की विश्व धरोहर कमेटी के 43वें सत्र के बाद इसकी घोषणा की गयी थी। इस बैठक में विश्व विरासत सूची में जयपुर शहर का नाम शामिल करने पर विमर्श हुआ।
पिंक सिटी की खूबसूरती
राजस्थान में 37 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं। इनमें चित्तौड़गढ़ का किला, कुंभलगढ़, जैसलमेर, रणथंभौर और गागरोन का किला शामिल हैं। इस शहर की स्थापना 1728 में आमेर के महाराजा जयसिंह द्वीतीय ने की थी। जो अपने बेमिसाल महलों, भवनों, लोक लुभावन संस्कृति और गौरवपूर्ण इतिहास के लिए जाना जाता है। तीन ओर से अरावली पर्वतमालाओं से घिरे इस शहर की खूबसूरती को निहारने देश-विदेश से पर्यटकों की भीड़ जुटती हैं।