VIDEO : 9 साल बाद पीड़ित पिता को मिले आश्वासन, जानिए क्या है पूरा मामला
लखनऊ। एक बाप के उस वक्त खुशी के आंशू निकले जब उसकी मरी हुई बेटी की कहानी सुनकर लखनऊवासी रो पड़े। दरअसल लखनऊ में ऑटो रिक्शा चालक उमेश की नाबालिग बेटी एंड्री की 2 सितम्बर 2011 को आकस्मिक मौत हो गई। बेटी की मौत से गमजदा बाप ने उसे भैंसाकुण्ड में दफना दिया गया।
कुछ समय बात गोमती रिवर फ्रंट के सौंदर्यीकरण का काम शुरू होने से नदी से निकली गयी गाद और मिट्टी को एंड्री जैसे कई और बच्चों की कब्र पर रख दिया गया। एंड्री के पिता ने कब्र से मिट्टी हटाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाए लेकिन किसी ने नहीं सुनी।
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