सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में महिला प्रोफेसर ने की आत्महत्या, मचा हडकंप
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में महिला प्रोफेसर वंदना शुक्ला ने मंगलवार को अपने आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सैफई थाना प्रभारी चन्द्रदेव यादव ने बताया कि मंगलवार सुबह यूनिवर्सिटी से पुलिस को महिला प्रोफेसर के आत्महत्या करने की सूचना मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर मामले की जांच की। कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।
यूनिवर्सिटी अधिकारियों के मुताबिक, वंदना शुक्ला यूनिवर्सिटी में पीजी द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। वह मूलतः गाजियाबाद जनपद की रहने वाली है। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतका के आत्महत्या का अभी कोई कारण सामने नहीं आया है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गाजियाबाद की रहने वाली है प्रोफेसर
जान देने वाली महिला प्रोफेसर मूल रूप से गाजियाबाद की रहने वाली है। मौत की शिकार बनी महिला प्रोफेसर वंदना शुक्ला के बारे में और ज्यादा जानकारी फिलहाल सामने नहीं आ रही है। सैफई के पुलिस उपाधीक्षक मस्सा सिंह, इंस्पेक्टर सैफई चंद्रदेव, यूनिवर्सिटी के अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेने के बाद फोरेंसिक टीम ने भी गहनता से पड़ताल शुरू की।
पहले भी हुईं कई गंभीर घटनाएं
बताते चलें कि सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी बीते दिनों से हो रही गंभीर घटनाओं के चलते सुर्खियों में बना हुई है। अभी कुछ दिनों पहले एक महिला चिकित्सक ने जहरीला पदार्थ का करके जान देने की कोशिश की थी। जिसको कड़ी मशक्कत के बाद मौत के मुंह से बाहर निकालने में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ कामयाब हुए। आत्महत्या की कोशिश का यह मामला जब तक शांत हो पाता तब तक यहां रैगिंग का एक बड़ा मुद्दा सामने आ गया। जिसकी गूंज सारे देश में सुनाई दी। यूनिवर्सिटी प्रशासन और जिला प्रशासन के बीच रैगिंग को लेकर के आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी बड़े स्तर पर चला। इसी बीच यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर राजकुमार की ओर से अलग-अलग स्तर से कराई गई रैगिंग की जांच को लेकर के तमाम उच्च और निचले स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन और अदला-बदली की कार्रवाई अमल में लाई गई।