भारत और श्रीलंका के बीच शुरू हो सकती है नई फेरी सेवा

भारत और श्रीलंका के बीच तमिलनाडु के नागपट्टिनम से लेकर श्रीलंका के कांकेसंथुराई के बीच फेरी सेवा संचालित होती है। दोनों नेताओं के बीच मुंबई में आयोजित किए जा रहे इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 से इतर से बातचीत हुई।
भारत और श्रीलंका के बीच नई फेरी सेवा शुरू हो सकती है। यह सेवा तमिलनाडु के रामेश्वरम को श्रीलंका के तलाईमन्नार को जोड़ेगी। दरअसल मुंबई में आयोजित किए जा रहे इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 के दौरान भारतीय पोत, जलमार्ग और बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने श्रीलंकाई समकक्ष मंत्री अनुरा कुरुनातिलके से इसे लेकर चर्चा की।
रामेश्वरम से लेकर तलाईमन्नार के बीच फेरी सेवा संचालित करने पर हुई चर्चा
मंत्रालय की तरफ से सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक पोस्ट में लिखा गया है कि ‘माननीय केंद्रीय पोत, बंदरगाह और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और श्रीलंका के पोत, बंदरगाह और जलमार्ग मंत्री अनुरा करुनातिलके के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच समुद्री संपर्क बढ़ाने और मौजूदा फेरी सेवाओं के अलावा नए मार्गों पर भी फेरी सेवाएं संचालित करने पर बात हुई। रामेश्वरम से लेकर तलाईमन्नार के नए रास्ते पर भी फेरी सेवा संचालित करने की संभावनाओं पर बात हुई।’
मैरीटाइम वीक से इतर हुई बातचीत
भारत और श्रीलंका के बीच तमिलनाडु के नागपट्टिनम से लेकर श्रीलंका के कांकेसंथुराई के बीच फेरी सेवा संचालित होती है। दोनों नेताओं के बीच मुंबई में आयोजित किए जा रहे इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 से इतर से बातचीत हुई। इससे पहले इंडिया मैरीटाइम वीक में दिए अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि विकसित भारत के मजबूत स्तंभों में से एक समुद्री क्षेत्र भी है। उन्होंने कहा कि हमने पिछले संस्करण के मुकाबले एक लंबा रास्ता तय किया है। इस साल 85 से ज्यादा देश इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
बीते दशक में समुद्री क्षेत्र में किए गए कई सुधार
सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 का उद्घाटन किया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि ‘बीते एक दशक में मैरीटाइम इकॉनोमी में जो सुधार किए गए हैं, उनके चलते भारत वैश्विक समुद्री नक्शे पर एक उभरती हुई ताकत बनकर खड़ा है।’ केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत की मैरीटाइम स्थिति, लोकतांत्रिक स्थिरता और नौसैन्य क्षमताएं हिंद प्रशांत और वैश्विक दक्षिण क्षेत्र में विकास, सुरक्षा और पर्यावरण को बढ़ावा दे रही हैं। शाह ने कहा कि भारत का समुद्री इतिहास 5000 साल पुराना है और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश नया समुद्री इतिहास लिख रहा है।





