अगर 24800 के नीचे आया Nifty तो और आ सकती है गिरावट

बीते हफ्ते घरेलू शेयर बाजार में निफ्टी स्पॉट इंडेक्स में भारी अस्थिरता रही। जीएसटी घोषणाओं और स्वतंत्रता दिवस संबोधन से बाजार में तेजी आई। टेक्निकल चार्ट के अनुसार निफ्टी ने 24600 के ऊपर लचीलापन दिखाया लेकिन 25150 के आसपास बढ़त रुक गई। 25200-25300 के स्तर को पार करने तक बढ़त सीमित है जबकि 24800 से नीचे गिरावट से बिकवाली बढ़ सकती है।
बीते हफ्ते घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जहां निफ्टी स्पॉट इंडेक्स में भारी अस्थिरता के बीच तेजी से उतार-चढ़ाव हुआ। हफ्ते की शुरुआत मज़बूत रही क्योंकि जीएसटी की घोषणाओं और प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस संबोधन से मिले पॉजिटिव संकेतों ने सोमवार को बाजार में तेजी ला दी। इस तेजी ने इंडेक्स को आराम से 25,000 से ऊपर पहुंचा दिया।
हालांकि, यह उम्मीद ज्यादा नहीं रही, क्योंकि हफ्ता खत्म होते-होते मुनाफावसूली तेज़ हो गई। ऐसे में अगला हफ्ता कैसा रह सकता है, जानते हैं आनंद राठी ग्रुप के इक्विटी रिसर्च के सीनियर मैनेजर जिगर एस पटेल से…
कैसा है टेक्निकल चार्ट
25,150 के आसपास के उच्च स्तर को छूने के बाद, निफ्टी में तेजी से गिरावट आई और हफ्ते का अंत काफी गिरावट के साथ 24,900 के हुआ। टेक्निकल नजरिए से, निफ्टी ने 24,600 के ऊपर लचीलापन दिखाया, जिससे एक राहत भरी रैली शुरू हुई। फिर भी, 25,150 के आसपास इसकी बढ़त रुक गई, जो 25,600 से 24,300 तक की हालिया गिरावट के 61.8% फिबोनाची रिट्रेसमेंट लेवल से मेल खाता है।
तो क्या आ रही है मंदी
शुक्रवार को हुई बिकवाली के नतीजे में डेली चार्ट पर एक मंदी वाले कैंडल पैटर्न का निर्माण हुआ, जबकि वीकली चार्ट ने भी एक मंदी के ही सेटअप की पुष्टि की। ये पैटर्न आने वाले सत्रों में बढ़ती अस्थिरता की संभावना का संकेत देते हैं।
कौन से लेवल रहेंगे अहम
पटेल का कहना है कि आगे, जब तक निफ्टी निर्णायक रूप से 25,200-25,300 के स्तर को पार नहीं करता, तब तक बढ़त सीमित ही लगती है। दूसरी ओर, 24,800 से नीचे लगातार गिरावट से बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है, जिससे इंडेक्स वापस 24,600 पर आ सकता है, जो कि हफ्ते के शुरू में बने गैप एरिया के साथ मेल खाता है।