सारण के सरकारी स्कूलों में होने जा रहा बड़ा बदलाव, शिक्षा विभाग ने कर ली पूरी तैयारी

सारण जिले के सभी सरकारी स्कूलों में अब निजी विद्यालयों की तरह शुरुआती कक्षा से ही छात्र कंप्यूटर की शिक्षा ग्रहण करेंगे।
शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को कंप्यूटर दक्ष बनाने को लेकर आईसीटी लैब (सूचना एवं संचार तकनीक) माध्यमिक के बाद प्रारंभिक विद्यालय में लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
नए शैक्षणिक सत्र से सभी मध्य विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए हर स्कूल में एक कंप्यूटर शिक्षक नामित किया जाएगा।
कंप्यूटर में दक्षता रखने वाले या इसमें रुचि रखने वाले शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ने इसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजा है।
एससीईआरटी निदेशक ने डीईओ को पत्र लिखकर कहा है कि स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षक नामित कर उनकी सूची परिषद को भेजी जाए। सरकारी स्कूलों में छठी कक्षा से ही बच्चों को कंप्यूटर की पढ़ाई कराई जाएगी।
वहां लैब स्थापित किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। आईटीसी लैब बनने के बाद शिक्षकों को वेब ऑनलाइन साफ्टवेयर का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। लैब स्थापित हो जाने के बाद इन विद्यालयों के बच्चे डिजिटल शिक्षा अपने स्कूल में ही हासिल कर सकेंगे।
लगाए जाएंगे कंप्यूटर, प्रोजेक्टर और डिजिटल बोर्ड
आईसीटी स्कूल योजना का उद्देश्य छात्रों में सूचना एवं संचार तकनीक में कौशल विकसित करना है। प्रत्येक लैब में 10 कंप्यूटर, प्रोजेक्टर और डिजिटल बोर्ड लगाए जाएंगे।
स्कूली छात्र सूचना और संचार प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा प्राप्त करने के साथ ही अपने स्कूल में ही ऑनलाइन फॉर्म भरने, एडमिट कार्ड डाउनलोड करने सहित तमाम शैक्षणिक जरूरतों के कार्य का लाभ ले सकेंगे।
हर विषय का एक पीरियड आईसीटी लैब में होगा अपलोड
स्कूलों में आईसीटी लैब का उपयोग बच्चों को कंप्यूटर सिखाने तक सीमित माना जाता रहा है। इनका मुख्य उद्देश्य शिक्षण कार्य में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का उपयोग है।
इसे कंप्यूटर शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को संबंधित विषयों का विशेषज्ञों से ऑनलाइन ज्ञान मिलने के साथ लैब का भी उपयोग होगा। इसलिए सरकारी स्कूलों में बनी आईसीटी लैब का पूरा उपयोग सुनिश्चित करने के लिए छात्रों को हर विषय कंप्यूटर के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।
सप्ताह में हर विषय का कम से कम एक पीरियड आईसीटी लैब में ही लगाया जाएगा। इसकी भी तैयारी शिक्षा विभाग कर रही है।
आईसीटी लैब में क्लास के दौरान विद्यार्थियों को एजुकेशनल वीडियो के माध्यम से सब्जेक्ट की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा सेटेलाइट प्रसारण के माध्यम से छात्र को विषय-विशेषज्ञों से पढ़ने का मौका भी मिलेगा।