धूम्रपान से भी खतरनाक! लंबे समय तक बैठे रहना बन सकता है आपकी सेहत का दुश्मन

क्या आप जानते हैं कि धूम्रपान से भी ज्यादा खतरनाक एक और आदत है, जो आपकी सेहत को धीरे-धीरे नष्ट कर सकती है? जी हां, हम बात कर रहे हैं लंबे समय तक बैठे रहने की आदत की, जो आपकी सेहत पर उतना ही बुरा असर डालती है जितना कि सिगरेट का धुआं। 12 मार्च को मनाए जाने वाले नो स्मोकिंग डे के इस खास मौके पर, आइए जानते हैं कि कैसे एक गतिहीन जीवनशैली मोटापा, डायबिटीज, और हार्ट डिजीज जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। जब तक हम उठकर चलने की आदत नहीं डालते, तब तक हमारी सेहत का भविष्य खतरे में है।
बैठे रहने के गंभीर परिणाम
एक हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जरूरी है कि हम अपने दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधियों को शामिल करें। लेकिन अगर कोई व्यक्ति ज्यादा देर तक बैठा रहता है, तो इससे उसकी सेहत पर उतना ही बुरा असर पड़ता है, जितना कि धूम्रपान से। शोधों से यह साबित हुआ है कि लंबे समय तक बैठना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। कुछ लोग घर पर पूरा दिन टीवी देखते हैं, मोबाइल पर समय बिताते हैं या फिर वर्क फ्रॉम होम करते हैं, और इस वजह से वे लगातार बैठे रहते हैं। वहीं कुछ लोग ऑफिस और घर के रूटीन में भी चलने-फिरने को प्राथमिकता नहीं देते, जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। हर साल 12 मार्च को नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है, और इस दिन हम आपको बताते हैं कि बैठने की आदत भी धूम्रपान जितनी खतरनाक हो सकती है।
डब्लयूएचओ की सलाह
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्लयूएचओ) ने अपनी रिसर्च में कहा है कि जो लोग सारा दिन बैठे रहते हैं, उनकी सेहत उतनी ही खराब होती है जितनी एक स्मोकर्स की। डब्लयूएचओ के अनुसार, हमारे शरीर को शारीरिक गतिविधि की जरूरत होती है, और हर इंसान को हर हफ्ते 150 मिनट का व्यायाम करना चाहिए। यदि लंबे समय तक बैठा रहता है तो मोटापा, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कुछ मामलों में, पूरे दिन बैठने से वजन बढ़ने के कारण कैंसर तक हो सकता है।
लंबे समय तक बैठने के नुकसान
हार्ट डिजीजः गतिहीन जीवनशैली के कारण दिल की धमनियों में रक्त संचार सही नहीं रहता, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
मेटाबोलिज्मः लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर का ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर असंतुलित हो जाता है। इससे फैट बढ़ता है और मेटाबोलिज्म स्लो हो जाता है, जिससे ओबेसिटी और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
डायबिटीजः शारीरिक गतिविधियों की कमी से डायबिटीज के जोखिम में वृद्धि होती है, और लंबे समय तक बैठने से इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या भी हो सकती है।
स्टडी से खुलासा
2016 में की गई एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग लगातार लंबे समय तक बैठे रहते हैं, वे भविष्य में कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकते हैं। ब्रिटिश जर्नल ऑफ जनरल प्रैक्टिस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिन लोगों का डेस्क जॉब है और वे शारीरिक गतिविधि नहीं करते, उनके लिए यह उतना ही खतरनाक है जितना कि धूम्रपान करना। इसलिए, अब समय है कि हम अपनी आदतों को बदलें और शारीरिक गतिविधियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। सिगरेट जितनी खतरनाक बैठने की आदत भी हमारी सेहत के लिए गंभीर परिणाम ला सकती है, इसलिए हमें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।