बदलते मौसम में गठिया के दर्द से परेशान हैं तो अपनाएं ये उपाय, नहीं पड़ेगी दवा की जरूरत

गठिया एक ऐसी बीमारी है, जो मुख्य रूप से उम्र बढ़ने के साथ होती है, लेकिन आजकल यह युवाओं में भी देखने को मिल रही है। इसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न की समस्या उत्पन्न होती है। मौसम बदलने पर यह समस्या और भी बढ़ जाती है। महंगी दवाइयों के बावजूद अगर राहत न मिले, तो आयुर्वेदिक घरेलू उपाय अपनाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। कई शोधों ने कुछ असरदार आयुर्वेदिक नुस्खों को साझा किया है, जो गठिया के दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। आइए, इन नुस्खों को विस्तार से जानते हैं।
अलसी से जोड़ों को मजबूती
अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह बीज शरीर में सूजन को कंट्रोल करते हैं और गठिया के दर्द को कम करने में असरदार होते हैं। आप रोजाना अलसी के बीज का सेवन करके अपने जोड़ों को मजबूत बना सकते हैं। इसका सेवन आसानी से आप सुबह अपने नाश्ते में कर सकते हैं या फिर इसे किसी सलाद या दही में डाल सकते हैं।
हल्दी वाला दूधः गठिया के दर्द के लिए कारगर उपाय
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। यह तत्व जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से गठिया के दर्द में आराम मिलता है। इसके लिए एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालें। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें थोड़ा शहद या गुड़ भी डाल सकते हैं। यह उपाय गठिया के दर्द में बहुत प्रभावी साबित हो सकता है।
अश्वगंधाः नेचुरल पेनकिलर
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो शरीर की कमजोरी को दूर करने और जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करती है। यह गठिया के मरीजों के लिए एक शानदार उपाय है। आप रोजाना एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेने से गठिया के दर्द और सूजन से राहत पा सकते हैं। यह उपाय शरीर को ताकत भी प्रदान करता है और गठिया के दर्द को कम करने में मदद करता है।
सरसों के तेल की मालिशः जोड़ों की जकड़न में राहत
गुनगुने सरसों के तेल की मालिश गठिया के दर्द और जकड़न को कम करने के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों की मजबूती बढ़ाते हैं और सूजन को घटाते हैं। आप रोजाना रात को सोने से पहले गुनगुने सरसों के तेल से अपने प्रभावित जोड़ों की मालिश कर सकते हैं। इससे रक्त संचार बेहतर होता है और दर्द में राहत मिलती है।
मेथी के बीज का पानीः सूजन और दर्द से राहत
मेथी के बीज में ऐसे तत्व होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। रात भर पानी में भिगोई हुई मेथी के बीज का पानी सुबह खाली पेट पीने से जोड़ों की सूजन और दर्द कम होता है। आप इसे 2-3 हफ्ते तक नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं। इस उपाय से धीरे-धीरे गठिया के दर्द में कमी आती है और राहत मिलती है।
नीम और गिलोय का काढ़ाः गठिया में राहत का उपाय
नीम और गिलोय दोनों ही शरीर की इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करते हैं। इन दोनों का संयोजन गठिया के दर्द को कम करने में बहुत असरदार होता है। आप एक गिलास पानी में 1 चम्मच गिलोय पाउडर और 5-6 नीम की पत्तियां डालकर इसे 10-15 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर गुनगुना पी सकते हैं। रोजाना सुबह खाली पेट इसे पीने से गठिया के दर्द में बहुत राहत मिलती है।
ये उपाय शरीर को नेचुरल तरीके से आराम देते हैं और गठिया से संबंधित समस्याओं में राहत देता हैं।
डिस्कलेमरः यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी घरेलू नुस्खे को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।