कहीं स्लो वोटिंग पर फूटा गुस्सा, कहीं मतदान को पहुंची महिलाओं पर फेंका पत्थर, मची भगदड़
गुरुवार को उत्तराखंड निकाय चुनाव के मतदान के दौरान रुड़की के मच्छी मौहल्ला स्थित संत कबीर जूनियर पब्लिक स्कूल में धीमी मतदान गति के चलते ढाई हजार से अधिक लोग मतदान नहीं कर सके। जिसे लेकर लोगों का गुस्सा फूट गया और जमकर हंगामा किया।
इससे आक्रोशित कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी के पति समर्थकों के साथ मतदान केंद्र के बाहर धरने पर बैठ गये। पुलिस ने भीड़ पर तीन बार लाठी चार्ज किया। जिससे मौके पर भगदड़ मची। जिसमें महिला समेत दो लोग चाेटिल भी हुए। इसके बाद भी भीड़ मौके पर आकर नारेबाजी करती रही। पुलिस ने देर शाम बलपूर्वक धरने पर बैठे लोगों को हटाते हुए मतदान पेटियों के साथ पुलिस को रवाना किया।
दोपहर तक डल पाये थे मात्र 250 वोट
रुड़की नगर निगम क्षेत्र के मच्छी मौहल्ला मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में संत कबीर जूनियर पब्लिक स्कूल को मतदान केंद्र बनाया गया था। इस मतदान केंद्र का क्षेत्र काफी छोटा था। इस मतदान केंद्र पर 7526 पोलिंग है। गुरुवार सुबह से ही लोग मतदान करने के लिए लाइन में लगे थे। बताया गया है कि यहां पर मतदान की इतनी धीमी गति थी कि दोपहर तक मात्र 250 वोट ही डल पाये थे। जिसे लेकर निर्दलीय प्रत्याशी के पति यशपाल राणा ने मौके पर जाकर मतदान की धीमी गति पर रोष जताया था।
इसके बाद भी मतदान की धीमी गति बनी रही। शाम करीब साढ़े तीन बजे मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं की सड़क पर करीब पांच सौ मीटर लंबी लाइन लग गई। मतदान के लिए महिलाएं भी काफी संख्या में लाइन में लगी थी। जैसे ही साढ़े चार बजे तो लोगों का सब्र भी जवाब दे गया। मतदान केंंद्र कें अंदर करीब 450 लाूेगों के आने के बाद मतदान केंद्र का गेट बंद कर दिया गया। मतदान केंद्र पूरी तरह से भर गया था।
लोगों ने मतदान कें लिए अंदर जाने की जिद की तो पुलिसकर्मियाें ने कहा कि मजिस्ट्रेट के निर्देश के चलते गेट बंद किया गया है। इसके बाद लोगों ने नारेबाजी शुरू करते हुए हंगामा कर दिया। मतदान केंद्र के बाहर करीब ढाई हजार से अधिक लोग मतदान के लिए लाइन में थे।
मौके पर मच गई भगदड़
सूचना मिलने पर नि्र्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा के पति यशपाल राणा मौके पर पहुंचे और लोगाें को मतदान कराने के लिए पीठासीन अधिकारी से मांग की लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद वह गेट के बाहर ही धरना देकर बैठ गये। भीड़ ने नारेबाजी शुरू की।
पुलिस ने भीड़ बढ़ते देख लाठी चार्ज कर दिया। जिससे मौके पर भगदड़ मच गई। जिसमें महिला समेत दो लोग चोटिल हो गये। इसके बाद महिलाएं वहां से चली गई। इसके बाद फिर भीड़ वहां पर आ गई। कांग्रेस प्रत्याशी पूजा गुप्ता के पति सचिन गुप्ता भी पहुंचे और धरने पर बैठ गये। काफी देर तक जद्दोजहद चलती रही। शाम करीब सात बजे मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाकर फिर से भीड़ पर लाठी चार्ज कर उन्हें हटाया गया।
पुलिस ने धरने पर बैठे लोगों को बलपूर्वक उठाया। इसके बाद पुलिस पोलिंग पार्टियाें को मतपेटी के साथ् वहां से रवाना किया गया। निर्दलीय प्रत्याशी श्रेष्ठा राणा के पति यशपाल राणा ने प्रशासन और मजिस्ट्रेट पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हजारों लोगाें को मतदान करने से रोका गया है। साथ ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पर भी गंभीर आरोप लगाये है।
मतदान की लाइन में लगी महिलाओं पर पत्थर फेंकने पर बवाल, पुलिस पर पथराव
भगवानपुर: बीडी इंटर कॉलेज में बनाये गये मतदान केंद्र के अंदर लाइन में लगी महिलाओं पर किसी शरारती तत्व ने पत्थर फेंक दिया। जिससे लेकर हंगामा हो गया। इसके बाद आक्रोशित लोगोें ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने लाठी फटकराते हुए भीड़ को दूर तक खदेड़ा। इसे लेकर तनाव की स्थिति बन गई। घटना को लेकर विधायक ममता राकेश बेटे अभिषेक राकेश समेत धरने पर बैठे गई।
विधायक ममता राकेश फूट फूट कर रोई। विधायक ने फिर से मतदान कराने की मांग की है। वहीं अभी तक धरना जारी है। अधिकारियों के साथ वार्ता चल रही है। भगवानपुर नगर पंचाायत के वार्ड पांच का मतदान केंद्र पहली बार कस्बे के बीडी इंटर कॉलेज में बनाया गया था। यहां पर शाम पांच बजे तक मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चलता रहा।
शाम पांच बजे पुलिस ने मतदान का समय पूरा होने पर मतदान केंद्र का गेट बंद कर दिया। मतदान केंद्र के अंदर करीब दौ सौ महिलाएं और पुरुष लाइन में लगे थे। इसी बीच किसी शरारती तत्व ने लाइन में लगी महिलाओं पर पत्थर फेंक दिये। लोगों ने मौके पर हंगामा कर दिया। मौके पर भगदड़ मच गई।
पुलिस ने लाठी फटकारी तो लोग बाहर की तरफ दौड़ पड़े। बाहर आने के बाद भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को लाठी फटकारते हुए टेलीफोन एक्सचेंज तक खदेडा़। हाईवे पर इस घटना से अफरातफरी मच गई। लाठी फटकारने की सूचना मिलने पर विधायक ममता राकेश बेटे अभिषेक राकेश के साथ मौके पर पहुंची और मतदान केंद्र के बाहर धरना देकर बैठ गये।
विधायक ममता राकेश फूट फूट कर रोई और पुलिस पर लोगों को मतदान नहीं करने और लाठी से फटकार कर भगाने का आरोप लगाया। सूचना मिलने पर एसडीएम जितेंद्र कुमार, सीओ विवेक कुमार मौके पर पहुंचे। विधायक के साथ अधिकारियाें की देर रात तक वार्ता चल रही थी।