AAP नेता संजय सिंह ने घुसपैठियों के मुद्दे पर शेख हसीना का नाम लेकर केंद्र पर साधा निशाना
दिल्ली विधानसभ चुनाव के नजदीक आते ही दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा भी जोर पकड़ता जा रहा है। हाल ही में आम आदमी पार्टी के दो विधायकों पर बांग्लादेशियों के फर्जी आधार कार्ड मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में को लेकर राजनीति तेज हो गई है जिसके बाद अब आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दिल्ली में घुसपैठियों के मुद्दे पर शेख हसीना का नाम लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में बांग्लादेशियों को बसाने का काम किया है। उन्होंने सवाल किया कि साढ़ें 10 साल से बांग्लादेश की सीमा से बंगाल, असर, त्रिपुरा, झारखंड, बिहार यूपी पार कर के बांग्लादेशी और रोहिंग्या दिल्ली कैसे आ गया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा, शेख हसीना कहां है? शेख हसीना को कहां छुपा रखा है, कहां बसा रखा है। इसी के साथ उन्होंने बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को दिल्ली में बसाने के मुद्दे पर हरदीप सिंह पुरी से पूछताछ करने की बात भी कही है। उन्होंने कहा, हरदीप सिंह पुरी ने खुद कबूल किया है कि उन्होंने दिल्ली में रोहिंग्या को बसाया है, उनसे पूछताछ की जाए कि उन्होंने दिल्ली में रोहिंग्या को कहां-कहां बसाया है?
संजय सिंह ने कहा, पिछले साढ़े 10 साल से केंद्र सरकार में BJP के ही गृह, रक्षा और विदेश मंत्री हैं। BJP की केंद्र सरकार ने देश की सीमाओं को कमजोर करके बांग्लादेशी और रोहिंग्या को बसाया है।
आप विधायकों पर लगे आरोपों पर क्या बोले संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा, बीजेपी के दो नेताओं ने आरोप लगाया कि कि महेंद्र गोयल और जय भगवान ने बांग्लादेशियों का आधार कार्ड बनाया। लेकिन इन्हें जो नोटिस मिला वह आरोपी के तौर पर नहीं बल्कि गवाह के तौर पर मिला है। AAP को बदनाम करने के लिए षडंत्र रचा गया है। उन्होंने कहा, यह नोटिस महेंद्र गोयल से पहले बीजेपी के पास पहुंच गया। इसका मतलब यह है कि यह नोटिस बीजेपी के ऑफिस में तैयार किया गया है। महेंद्र गोयल को रिठाला में नोटिस 5 बजकर 16 मिनट पर मिला और कहा कि साढ़े पांच बजे संगम विहार के थाने में पहुंच जाओ। पहला नोटिस 11 जनवरी और दूसरा नोटिस कल मिला।
संजय सिंह ने कहा है कि महेंद्र गोयल बीजेपी के उन दोनों नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे जिन्होंने इन्हें आरोपी कह कर बदनाम करने की कोशिश की है।