खुल गया ग्रो का आईपीओ, GMP और बढ़ा

ग्रो का आईपीओ (Groww IPO) आज 4 नवंबर से खुल गया है, जिसमें कंपनी 95-100 रुपये के प्राइस बैंड पर 6,632 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रख रही है। खुदरा निवेशकों की इसमें काफी दिलचस्पी है। ग्रो, जिसकी शुरुआत फ्लिपकार्ट के पूर्व कर्मचारियों ने की थी, एक डिजिटल-फर्स्ट मार्केट लीडर है जो निवेशकों को स्टॉक, म्यूचुअल फंड और अन्य में निवेश करने की सुविधा देता है।

आज मंगलवार 4 नवंबर से ग्रो (जिसकी पैरेंट कंपनी Billionbrains Garage Ventures है) का आईपीओ (Groww IPO) सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। कंपनी का प्लान आईपीओ में शेयरों के लिए 95-100 रुपये के प्राइस बैंड पर 6,632 करोड़ रुपये जुटाने का है। यह IPO 7 नवंबर को बंद होगा और इसमें रिटेल इन्वेस्टर्स काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

कितना है GMP

इंवेस्टरगेन के मुताबिक ग्रो के शेयर का जीएमपी 17 रुपये है, जो कि कल 16.5 रुपये था। मौजूदा जीएमपी के आधार पर इसका शेयर 17 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है। हालांकि लिस्टिंग तक किसी कंपनी के शेयर का जीएमपी घट या बढ़ भी सकता है।

कितने रुपये का करना है निवेश

ग्रो आईपीओ में एक एप्लीकेशन के लिए लॉट साइज 150 शेयरों की है। एक रिटेल इन्वेस्टर के लिए कम से कम इन्वेस्टमेंट ₹15,000 (150 शेयर) है (ऊपरी कीमत के आधार पर)। sNII के लिए लॉट साइज इन्वेस्टमेंट 14 लॉट (2,100 शेयर) है, जो ₹2,10,000 बनता है, और bNII के लिए यह 67 लॉट (10,050 शेयर) है, जो ₹10,05,000 बनता है।

क्या करती है ग्रो

एक डिजिटल-फर्स्ट मार्केट लीडर, Groww की शुरुआत 2017 में Flipkart के पूर्व कर्मचारियों ललित केशरे, हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह ने की थी। यह जून 2025 तक 47.9 मिलियन एक्टिव NSE यूजर्स के साथ भारत का सबसे बड़ा रिटेल इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म बन गया, जो 2016 के मुकाबले नौ गुना ज्यादा है।

बेंगलुरु की इस कंपनी की खास सर्विस है डायरेक्ट-टू-कस्टमर डिजिटल प्लेटफॉर्म, जो इन्वेस्टर्स को स्टॉक, म्यूचुअल फंड, डेरिवेटिव्स, बॉन्ड, ETF, IPO और डिजिटल गोल्ड में ट्रेड और इन्वेस्ट करने की सुविधा देता है। साथ ही ये मार्जिन ट्रेडिंग और पर्सनल लोन भी देता है।

यूजर फ्रेंडली प्लेटफॉर्म

ग्रो ने अपने यूजर-फ्रेंडली डिजाइन, ट्रांसपेरेंट प्राइसिंग और टेक्नोलॉजी-लेड स्केलेबिलिटी के लिए फेमस है। 98% से ज्यादा भारतीय पिन कोड में ग्रो के यूजर्स हैं और 81% एक्टिव कस्टमर्स टॉप छह शहरों के बाहर से जुड़े हुए हैं, जो मजबूत रिटेल पहुंच को दिखाता है।

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