हिमाचल- मनाली में भारी बर्फबारी में फंसे 5000 पर्यटक
हिमाचल में शुक्रवार सुबह से रुक-रुक कर हिमपात व वर्षा का क्रम जारी रहा। रोहतांग, शिंकुला व बारालाचा दर्रे में दो-दो फीट हिमपात हुआ जबकि मनाली में ओले गिरे हैं। कुफरी व नारकंडा में करीब दो से तीन इंच, जबकि चौपाल के कई क्षेत्रों में चार से पांच इंच तक हिमपात दर्ज किया है।
हिमपात के कारण अटल टनल रोहतांग पर्यटकों के लिए बंद कर दी है। लाहुल घाटी में हिमपात के कारण बस सेवा बंद हो गई है। कल्पा में तीन, कुफरी में दो, मनाली में पांच, शिमला, ऊना, नाहन व कांगड़ा में दो-दो, जुब्बड़हट्टी व डलहौजी में तीन-तीन मिलीमीटर वर्षा हुई है।
अभी तक पर्याप्त वर्षा नहीं हुई है, जिसके कारण सेब सहित अन्य फलदार पौधे नहीं लगेंगे और फसलों की बिजाई भी नहीं होगी। न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस का अंतर आया है। अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। आगामी 24 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है।
पर्यटकों के लिए एडवाइजरी
मौसम विभाग ने आगामी दो दिन के लिए पर्यटकों को जोखिम वाले व हिमस्खलन संभावित स्थानों का रुख न करने को कहा है। विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान कुल्लू, शिमला व मंडी में हिमपात, सोलन, ऊना व बिलासपुर में ओले पड़ने की संभावना जताई है।
फंसे 2000 पर्यटक वाहन, रेस्क्यू में जुटी पुलिस
मनाली के पर्यटनस्थल सोलंगनाला में शाम चार बजे हिमपात का क्रम तेज हो गया। नाग मंदिर के पास बर्फ जमने से वाहन फंसने लगे। लगभग 2000 पर्यटक वाहन फंसने की सूचना है। हालात बिगड़ते देख मनाली के डीएसपी केडी शर्मा ने मोर्चा संभाला और वाहनों को निकालने का कार्य शुरू कर दिया है। जिसमें 5 हजार पर्यटक सवार थे। Next
वाहनों में कितने पर्यटक हैं अभी इसका पता नहीं चल पाया है। कुछ पर्यटकों की मनमानी से रेस्क्यू में दिक्कत हो रही है। डीएसपी केडी शर्मा ने बताया कि हिमपात का क्रम तेज होते ही पर्यटकों से चार बजे ही लौटने का आग्रह किया गया, लेकिन कुछ पर्यटक समय पर वाहन तक नहीं पहुंच पाए।
ज्यादा हिमपात होने के कारण वाहन फंसते रहे और जाम लगता गया। सोलंगनाला में लगभग 2000 पर्यटक वाहन फंस गए थे। अधिकतर पर्यटकों को रेस्क्यू कर लिया गया है। शेष वाहनों को भी मनाली भेजा जा रहा है।