जब तक जिन्ना का जिन्न रहेगा, तब तक अराजकता रहेगी: सीएम योगी
लखनऊ, सीएम योगी ने लखनऊ में कहा जब तक जिन्ना का जिन्न रहेगा, तब तक धरती पर अराजकता रहेगी। बांग्लादेश में हिंदू 7ः रह गए हैं। अगर फिर से नरसंहार हुआ तो वो भी खत्म हो जाएंगे। संविधान को लेकर जो लोग ढोंग रच रहे, उन्होंने संविधान में परिवर्तन किया। दलितों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने वाले लोग बांग्लादेश-पाकिस्तान में हो रहे अत्याचारों पर मौन हैं। ऐसे लोग न तो सच स्वीकार करते हैं, न ही उनमें बोलने का साहस है।
योगी लखनऊ में हजरतगंज में बाबा साहब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर बोल रहे थे। उन्होंने अंबेडकर की प्रतिमा को माला पहनाकर श्रद्धांजलि दी। इधर, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा महिलाओं को पार्लियामेंट में बराबरी का हक मिला है। आने वाले टाइम में पंचायत में महिलाओं की बराबरी की भागीदारी होगी। उनके अधिकार को कोई छू नहीं पाएगा। योगी ने कहा भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का सपना था कि समाज में गरीबी रेखा समाप्त हो। हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आए।
इस सपने को डबल इंजन की सरकार पूरा करने के लिए संकल्पित है। 1947 को याद करिए। बांग्लादेश के अंदर 1971 तक 22 परसेंट हिंदू रहा करते थे। अब यह संख्या घट कर 7 से 8 परसेंट पहुंच गई। अगर इसी तरह की अराजकता रही तो नर-संहार चलता रहा तो ये संख्या भी खत्म हो जाएगी। जो लोग दलितों को अपना वोट बैंक बनाकर लगातार उनका शोषण किए हैं, वो लोग बांग्लादेश की घटना पर मौन हैं। क्योंकि वो सच स्वीकार भी नहीं कर सकते बोल भी नहीं सकते। उनमें बोलने का सामर्थ्य नहीं है।संविधान को लेकर जो ढोंग कर रहे उन्होंने ने संविधान में परिवर्तन किया है। बांग्लादेश में हिंदुओं को मारा जा रहा है। दलितों को काटा जा रहा है। शोषितों परेशान किया जा रहा है। याद रखिएगा जब तक जिन्ना का जिन्न धरती में रहेगा तब तक अराजकता रहेगी। जिनको मारा जा रहा वह सभी दलित तबके के हैं।
बाबा साहब ने 1947 में विभाजन को रोकने की बात कही थी। उन्होंने कहा था अगर भारत का बंटवारा होता है तो आरपार की लड़ाई की व्यवस्था की जाए। बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदुओं और दलितों पर अत्याचार हो रहा है। कट्टरपंथी ताकतें वहां की अल्पसंख्यक आबादी को निशाना बना रही हैं। एससी-एसटी आयोग के चेयरमैन बैजनाथ रावत ने मंच से गिनाया मोदी-योगी ने महिलाओं के लिए क्या-क्या किया। खुद का चेयरमैन बनने का किस्सा सुनाया। दलित परिवार के मुखिया के साथ अगर कोई घटना होती है तो उसके परिवार को 5 हजार रुपए महीना पेंशन दी जाएगी। विधान परिषद सदस्य लालजी प्रसाद निर्मल ने सपा-कांग्रेस का नाम लिए बिना आरक्षण पर सवाल उठाया।