लगातार सोते-उठते हाथ-पैर हो रहे हैं सुन्न तो इग्नोर ना करें, पीछे हो सकते हैं 3 बड़े कारण
सर्दी आते ही बहुत से लोगों के हाथ-पैर सुन्न होने शुरू हो जाते हैं जिसे अक्सर ही आम सी समस्या समझ लिया जाता है, वैसे कभी-कभार ऐसा हो तो घबराने वाली कोई बात नहीं है लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही तो इस ओर ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि सर्दी में हाथ-पैर सुन्न होने का सबसे बड़ा कारण ब्लड वेसल्स यानि रक्त वाहिनियों का संकुचित होना है क्योंकि सर्दी में दिल पर जोर पड़ता है जिससे रक्त वाहिनियां संकुचित होने लगती है और बॉडी के सभी अंगों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है जब अंगों तक ब्लड सर्कुलेशन सहीं से नहीं होता तो बॉडी पार्ट्स सुन्न होने लगते हैं।
अगर ये सुन्न पन ठंड के चलते होता है तो आपको कुछ उपाय बताते हैं जिससे आपकी ये समस्या तुरंत दूर हो जाएगी लेकिन अंगों के सुन्नपन होने की वजह एनीमिया यानि खून की कमी, नसों में ब्लाकेज भी हो सकता है। अगर ऐसा है तो ध्यान देने की जरूरत रहती है। वहीं उम्रदराज लोगों को भी यह समस्या आम ही रहती है क्योंकि उनके शरीर में रक्त संचार सही से नहीं हो पाता।
हाथ पैर सुन्न होने का कारण क्या है?
खून की कमी (एनीमिया)
अगर शरीर में खून की कमी है तो उससे भी हाथ-पैर सुन्न होने की दिक्कत हो सकती हैं। खून का दौरा होने पर सारे अंग एक्टिव रहते हैं लेकिन जब खून की कमी होती है तो ब्लड सर्कुलेशन में भी दिक्कत आती है जिससे अंग सुन्न होने लगते हैं।
नसों में दवाब के चलते सुन्न होना
सोते समय नसें दबने से भी हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं। कुछ लोगों के हाथ सोते समय सो जाते हैं जिसे हाथ पर गुदगुदी और चींटियां काटना भी कह देते हैं। गर्दन या रीढ़ की नसों पर दबाव पड़ने से भी यह समस्या हो सकती है। गठिया, चोट या लंबे समय तक गलत पोजीशन में बैठने के कारण भी नसों पर दबाव बढ़ता है जिससे अंग खासकर हाथ पैर सुन्न होने लगते हैं। अगर समस्या लगातार बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
विटामिन बी की कमी
शरीर में विटामिन बी की कमी से सुन्नता या झुनझुनी हो सकती है। विटामिन बी की कमी को पूरा करने के लिए, अपनी डाइट में केले, पालक, मछली, डेयरी उत्पाद, और अंकुरित अनाज शामिल करें।
डायबिटीज
डायबिटीज से पीड़ित लोगों में अक्सर हाथ-पैरों में सुन्नता और झुनझुनी की समस्या होती है। अगर ये डायबिटीज के चलते हो तो डाक्टरी सलाह जरूर लेते रहना चाहिए।
कार्पल टनल सिंड्रोम
यह सिंड्रोम उन लोगों में आम है जो लंबे समय तक की-बोर्ड पर टाइप करते हैं या किसी मशीन पर काम करते हैं। उन्हें हाथ-पैर सुन्न होने की दिक्कत रहती है।
दवाओं के साइड इफेक्ट्स
हाथ पैर सुन्न होने की वजह किसी दवाई का साइड इफेक्ट भी हो सकता है। इसे कम करने के लिए डॉक्टरी मदद लें क्योंकि ज्यादातर मामलों में, दवा बंद करने या कम करने से सुन्नता कम करने में मदद मिल सकती है।
ऑटोइम्यून डिजीज
ल्यूपस और गठिया रोगियों में भी हाथ-पैर सुन्न होने की समस्या देखी जाती है।
शराब और धूम्रपान
जो लोग बहुत अधिक एल्कोहल और ध्रूमपान का सेवन करते हैं उनकी नसों को भी नुकसान पहुंच सकता है और पैर और हाथ सुन्न रह सकते हैं।
हाथ पैर सुन्न होने का घरेलू इलाज
अगर हाथ पैर सर्दी में ब्लड फ्लो कम होने के चलते हो रहे हैं तो कुछ घरेलू नुस्खे सबसे फायदेमंद है और इसका आपके शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं है।
हाथों-पैरों की गर्म तेल से मसाज
सुन्नपन को दूर करने का बेस्ट तरीका मालिश है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही हो जाती है। जैतून, नारियल, तिल या सरसों का तेल, इसमें से आप कोई भी तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। बस इसे हल्का गर्म करें और फिर अच्छे से हाथ पैर व शरीर के जरूरी अंगों की मसाज करें, जहां आपको सुन्नपन महसूस होता है। तिल के तेल को गर्म ना करें।
गर्म पानी से सिंकाई
ब्लड सर्कुलेशन सही करने के लिए गर्म पानी की सिंकाई भी बेस्ट है। इससे मांसपेशियों और नसों को आराम मिलता है। आप गर्म पानी बोतल या फिर हीट बैग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
डाइट में विटामिन जरूर लें
आपकी डाइट का भी इसमें अहम रोल हैं। विटामिन बी, बी6 और बी12 लें। दूध,पनीर दही मेवा केला बींस ओटमील आदि लें। आप डाक्टरी सलाह से कोई सप्लीमेंट भी शुरू कर सकते हैं।
हल्दी वाला दूध
सर्दी के मौसम में हल्दी वाला दूध जरूर लें। हल्दी, ब्लड सर्कुलेशन को सही रखने में बेहद मददगार होती है और साथ ही शरीर में दर्द और सूजन से भी आराम मिलता है। इसलिए सब्जी के रूप में या दूध में डालकर इसका सेवन जरूर करें।
एक्सरसाइज बहुत जरूरी
फिजिकल एक्टिविटी बहुत जरूरी है। सर्दी में लोग एक्सरसाइज कम करते हैं लेकिन ब्लड सर्कुलेशन सही करने के लिए हलकी फुल्की एक्सरसाइज, सैर व योग करते रहें।
हाथ पैर सुन्न हो तो क्या खाना चाहिए?
हाथ-पैर सुन्न होने का एक कारण एनीमिया भी है। अगर शरीर में खून की कमी है तो भी हाथ पैरों में झुनझुनाहट रहती हैं इसलिए डाइट में आयरन कैल्शियम भरपूर लें। खून बनाने वाले आहार जैसे गाजर सेब, अनार, चकुंदर खाएं। सुखे मेवे में अंजीर, बादाम, अखरोट, किशमिश खाएं।
एंटी इन्फ्लामेट्री गुणों से भरपूर शहद भी ब्लड फ्लो को ठीक करने में मदद करता है। 1 चम्मच दालचीनी पाउडर में 1 चम्मच शहद मिलाएं। इसे खाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह होगा। नियमित रूप से हल्दी वाला दूध, दालचीनी की चाय पीने से भी धीरे-धीरे सुन्नपन की समस्या खत्म हो सकती है।
धूम्रपान करने से पेरिफेरल आर्टरी डिसीज होता है जिससे पैरों में सही से ब्लड सर्कुलेशन सही से हो नहीं पाता। नसों में ब्लॉकेज आने लगती हैं। नस ब्लॉकेज होने पर भी हाथ-पैर सुन्न होने लगते हैं इसलिए धूम्रपान से दूर रहें। लहसुन-अदरक का सेवन अधिक करें इससे नसों की अंदरूनी सफाई होती रहती है। गर्म पानी, ग्रीन टी, तुलसी-दालचीनी का काढ़ा आदि पीएं। इससे भी नसों की सफाई होती रहती हैं और अंदरूनी गर्माहट बनी रहती हैं। नसों में ब्लॉकेज की समस्या है तो लहसुन वाला दूध पीएं। दूध और लहसुन आपकी शरीर की सारी बंद नसें खूल देंगी। दर्द से राहत मिलेगी और गर्माहट भी। बस एक गिलास दूध में 3 लहसुन की कलियां उबालें और पी लें।