डोनाल्ड ट्रंप ने ओहियो में पालतू बिल्ली को मारकर खाने का लगाया आरोप, जानिए पूरा मामला

अगर आप कभी इंटरनेट पर ओहियो (Ohio) लिखेंगे, तो आपको पता चलेगा कि अमेरिका के 7 राष्ट्रपति ओहियो से थे। यही कारण है कि इस जगह को मदर ऑफ प्रेसिडेंट्स भी कहा जाता है। लेकिन अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ओहियो कुछ खास पसंद नहीं है।

अपनी चुनावी रैलियों में ट्रंप लगातार ये आरोप लगाते रहे हैं कि हैती शरणार्थी ओहियों में बिल्लियों को मारकर खा रहे हैं। ये आरोप बेवजह ही नहीं लगाए गए। अगस्त महीने में ओहियो में एक महिला ने पालतू बिल्ली को पहले मार डाला और फिर उसे कच्चा खा गई।

अमेरिकन है आरोपी महिला

अब 27 वर्षीय इस महिला को अदालत ने एक साल की सजा सुनाई है। महिला का नाम एलेक्सिस फेरेल है। पहले कहा जा रहा था कि महिला हैती शरणार्थी है, लेकिन जांच में सामने आया कि वह अमेरिकन नागरिक है।

ओहियो के सीनेटर और अब अमेरिका के उपराष्ट्रपति बनने जा रहे जेडी वेंस ने महिला को हैती शरणार्थी बताते हुए मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था। इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस घटना का जिक्र करते हुए कमला हैरिस को घेरा था।

जानिए क्या था पूरा मामला

16 अगस्त को ओहियो के स्प्रिंगफील्ड से करीब 270 किलोमीटर दूर एक महिला ने बीच सड़क पर एक पालतू बिल्ली को पैरों से दबाया और उसकी गर्दन मरोड़ दी। इसके उसने बिल्ली को कच्चा चबा लिया। इससे जुड़े वीडियो को एलन मस्क ने शेयर भी किया था।

वहां मौजूद लोगों ने जब ये दृश्य देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि महिला के पैरों में खून और मुंह पर बिल्ली के रोएं देखे गए। इसके बाद महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

अब जाकर उस महिला को सजा सुनाई गई है। महिला को 1 साल का कारावास देते हुए जज ने कहा कि ‘ये बेहद गंभीर मामला है। कोई जानवर के साथ ऐसा कैसे कर सकता है। मैं घटना जानकर हैरान हूं। आप समाज के लिए खतरा हैं।’

हैती शरणार्थी का मामला गंभीर

ओहियो के दक्षिण-पश्चिम में स्प्रिंगफील्ड नामक एक शहर स्थित है। यहां की आबादी करीब 60 हजार है। इनमें से करीब 20 हजार लोग हैती शरणार्थी हैं, जो लोकल फैक्ट्रियों में काम करते हैं।

आए दिन ऐसी अफवाहें फैलती हैं कि हैती शरणार्थी कुत्ते, बिल्लियों समेत अन्य पालतू जानवरों को मारकर खा रहे हैं। हालांकि पुलिस ने ऐसी अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है। लेकिन अमेरिका की राजनीति में ये मुद्दा आज भी गरमाया हुआ है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker