अखिलेश के बयान पर भाजपा का पलटवार, भूपेंद्र चौधरी बोले- उपचुनाव को प्रभावित करना चाहती है सपा

लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि विधानसभा उपचुनाव में पुलिस प्रशासन सपा समर्थकों को वोट देने से रोक रहा है इसे लेकर राजधानी लखनऊ में अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता की। अखिलेश के आरोप को बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने निराधार बताया है। उन्होंने ने भी इसे लेकर प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का जो आरोप लगाए हैं वह उनकी हताशा है। समाजवादी पार्टी ने अपने माफिया और गुंडो को आगे कर दिया है।

समाजवादी पार्टी के लोग उपचुनाव को रक्त रंजित करने का पूरा प्रयास कर रहे है। पूरा उत्तर प्रदेश लाल टोपी वालों का कारनामा देख रहा है। मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के गुंडो ने एक बच्ची की जान ले ली। बच्ची की मां ने भारतीय जनता पार्टी का पक्ष लेकर बयान दिया है। सपा अध्यक्ष में सवाल पूछने के बाद जो जवाब दिया वह बेहद खराब था। मैनपुरी में लाल टोपी वालों ने जो बेटी की हत्या की वह बहुत ही गलत है। उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने लोगों को बाहर से बुलाकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की। उपचुनाव में बुर्का पहनकर महिलाओं ने फर्जी वोटिंग कर रहे हैं। अखिलेश यादव और उनके गुंडे फिर से आतंक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। फर्जी वोटिंग करना समाजवादी पार्टी की पहचान है।

समाजवादी पार्टी खुलेआम निर्वाचन अधिकारी नौकरी से हटवाने की धमकी दे रही है। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार और निवार्चन आयोग निष्पक्ष चुनाव करा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में चुनिंदा पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गयी है और उन अधिकारियों की सूची उनके पास है। भाजपा की सरकार जाने के बाद ऐसे पुलिस अधिकारियों को देखा जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन व पुलिस के बेईमान अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। उनके वीडियो साक्ष्य उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई का आधार बनेंगे। उन्होने कहा कि अगर निर्वाचन आयोग का कोई जीता-जागता अस्तित्व है तो वो जीवंत होकर, प्रशासन के द्वारा वोटिंग को हतोत्साहित करने के लिए तुरंत सुनिश्चित करे।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे। ?रास्ते बंद न किये जाएं। ?वोटर्स के आईडी जब्त न किये जाएं। ?असली आईडी को नकली आईडी बताकर जेल में डालने की धमकी न दी जाए। मतदान की गति घटायी न जाए। ?समय बर्बाद न किया जाए, जरूरत पड़ने पर वोटिंग का टाइम बढ़ाया जाए। प्रशासन सत्ता का प्रतिनिधि न बने।? चुनावी गड़बड़ी की सभी वीडियो रिकार्डिंग का रीयल टाइम संज्ञान लेकर तत्काल बेईमान अधिकारी हटाए जाएं। उन्होने कहा कि जो भी पुलिस अधिकारी वोटर कार्ड और आधार आईडी चेक कर रहे हैं, उन्हें वीडियो के आधार पर तुरंत निलंबित किया जाए। पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र जांचने का कोई अधिकार नहीं है। सपा की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने 7 पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया है।

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