लखनऊ में बनेगा वर्ल्ड का सबसे बड़ा पीडियाट्रिक हार्ट सेंटर

  • योगी बोले, बच्चों से जुड़ी बीमारियों को नजदीक से देखा,
  • एसजीपीजीआई में 4 योजनाओं का शुभारंभ

लखनऊ, सीएम योगी ने मंगलवार को एसजीपीजीआई लखनऊ में 4 नई बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने 3 योजनाओं का शिलान्यास भी किया। एसजीपीजीआई के सीवी रमन सभागार में इन परियोजनाओं को ग्रीन सिग्नल दिखाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने एडवांस डायबिटिक सेंटर, टेली आईसीयू, सलोनी हार्ट सेंटर (प्रथम चरण) व कॉलेज ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के छात्रावास का उद्घाटन किया। वहीं, एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर, सलोनी हार्ट सेंटर (द्वितीय चरण) व रैन बसेरा का शिलान्यास हुआ।

सीएम ने कहा प्रदेश में एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर की आवश्यकता काफी समय से थी, क्योंकि प्रदेश में बच्चों से जुड़ी बीमारियों को मैंने नजदीक से देखा है। सीएम योगी ने कहा टेली आईसीयू का प्रयोग कोविड-19 के दौरान भी हुआ था। 75 में से मात्र 26 जिलों में 1 या 2 बेड के आईसीयू ही थे। पीएम के कहने पर हर जिले में 10 बेड के आईसीयू को शुरू करना था। इसके लिए डॉ. धीमन और डॉ. आरके सिंह की पूरी टीम ने खूब काम किया। आज 6 मेडिकल कॉलेज इससे जुड़े हैं। ज्मसम आईसीयू से डॉक्टरों को बहुत मदद मिलेगी।

सीएम योगी ने कहा पूर्व पश्चिम, मध्य और बुंदेलखंड के बीमार मरीज को जबएसजीपीजीआई में बेड नहीं दिला पाते तो हमें भी पीड़ा होती हैं। यद्यपि 7 साल में बहुत काम हुआ हैं। 64 जनपदों में वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज बनाने में कामयाब हुए हैं। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा किएसजीपीजीआई में पेट्रोलियम मंत्रालय के सीएसआर फंड से 51 करोड़ रुपए में रैन बसेरा बनाया जा रहा है। इसमें पार्किंग और कैंटीन की भी सुविधा होगी। 1000 लोग यहां रात में ठहर सकते हैं और 15-20 रुपए में भरपेट भोजन कर सकते हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि जब हर जगह से लोग निराश हो जाते हैं, तो एसजीपीजीआई से उम्मीद की किरण जगती है। मुझे ये कहते हुए गर्व है कि चिकित्सा के एसजीपीजीआई में वर्ल्ड क्लास सुविधा मिलती है। हर मानव इंसान के जीवन की अहमियत हैं, ये समझना बेहद जरूरी है। सलोनी हार्ट फाउंडेशन की मृणालिनी सेठ ने कहा कि वयस्क का हार्ट साइज मुट्ठी के बराबर होता है। वहीं, बच्चों के हार्ट का साइज अखरोट के बराबर होता है। 13 साल की बच्ची सालोनी को खोने के बाद हम लोगों को ये महसूस हुआ कि इस बीमारी की चपेट में आने वाली हमारी बेटी अकेली नहीं है।

लखनऊ में दुनिया भर का सबसे बड़ा पीडियाट्रिक हार्ट सेंटर बन सकेगा। हर साल 5 हजार लाइफ सेविंग सर्जरी के अलावा 10 हजार बच्चों का इलाज होगा। प्रोफेसर धीमन ने कहा कि सलोनी हार्ट फाउंडेशन मृणालिनी सेठ और हिमांशु सेठ ने शुरू किया। हर साल 75000 बच्चे जन्म लेते हैं और 20 फीसदी बच्चे दम तोड़ देते हैं। 5 हजार सर्जरी और 10 हजार बच्चो को इलाज मिला। 30 बेड, आईसीयू यूनिट और ओेंटी के साथ पहले फेज से शुरू हुई हैं। 200 बेड का हॉस्टल फॉर मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट्स 1072 बेड का रैन बसेरा का भी हुआ शिलान्यास। प्रोफेसर आरके धीमन ने कहा कि आज एसजीपीजीआई के लिए बहुत बड़ा दिन है। 7 परियोजनाएं मिली हैं। डायबिटीज के एडवांस सेंटर में डायबिटिक फुट और रेटिनोपैथी समेत डायबिटीक नेफ्रोपैथी का इलाज हो सकेगा।

मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा कि एसजीपीजीआई मेडिकल के क्षेत्र की दिशा में लाइट हाउस और गाइडिंग हाउस है। ये बाकी इंस्टीट्यूट को भी नए डेवलपमेंट को अवगत कराते हैं। सीएम के दिशा निर्देशन में इन सभी चीजों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मैं प्रो. धीमन को धन्यवाद देता हूं। लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में नए पीडियाट्रिक सेंटर के बारे में डॉक्टर्स ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस सेंटर के शुरू होने से उन बच्चों को इलाज मिलेगा, जो जन्म से ही गंभीर बीमारियों के शिकार बन जाते हैं।

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