इजरायली सेना ने गाजा में मचाई तबाही, महिलाओं और बच्चों समेत 33 लोगों की मौत
इजरायल की सेना ने गाजा में एक बार फिर से कहर बरपाया है। उत्तरी गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में सोमवार को 33 फिलिस्तीनी मारे गए। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इजरायली सेना ने जबालिया शरणार्थी शिविर में विस्थापित लोगों को आश्रय देने के लिए बनाए गए स्कूल को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सेना ने कई तोपों के गोले से स्कूल को निशाना बनाने से पहले स्कूल में विस्थापित लोगों को निकासी के लिए इकट्ठा होने का निर्देश दिया। हमले में महिलाओं और बच्चों सहित 7 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, कई लोगों के घायल होने की भी खबर है।
शिविर में एक अन्य आश्रय स्थल पर मेडिकल टीमों ने इजरायली तोपखाने के हमले के कारण 10 पीड़ितों के शव बरामद किए। पैरामेडिक्स के अनुसार, जबालिया क्षेत्र में पानी भर रहे लोगों को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हमले में 6 फिलिस्तीनी मारे गए। इनमें ज्यादातर बच्चे थे और कई अन्य घायल हुए हैं। नागरिक सुरक्षा के अनुसार, बेत हनौन में विस्थापित व्यक्तियों के आवास वाले स्कूल पर इजरायल ने हमला किया। इसमें 3 फिलिस्तीनी मारे गए, जबकि गाजा शहर के उत्तर में जरका क्षेत्र में एक घर पर इजरायली हमले के कारण बच्चों सहित 7 अन्य लोग मारे गए।
उत्तरी गाजा में बड़े पैमाने पर अभियान चला रहा इजरायल
इजरायल पिछले 2 सप्ताह से उत्तरी गाजा में बड़े पैमाने पर अभियान चला रहा है। उसका कहना है कि हमास वहां फिर से संगठित हो गया है। फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि सैकड़ों लोग मारे गए हैं और उत्तर में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पतन की कगार पर है। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब अमेरिका वर्गीकृत दस्तावेजों को अनधिकृत रूप से जारी करने की जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि ये दस्तावेज वैध प्रतीत होते हैं। मालूम हो कि ईरान लेबनान में हमास और हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह का समर्थन करता है, जहां एक साल से बढ़ते तनाव ने पिछले महीने पूर्ण युद्ध का रूप ले लिया।