‘हीलिंग ट्री’ के नाम से जाना जाता है ये पेड़, स्वास्थ्य के लिए कितना उपयोगी आईये जानें

बबूल को ‘हीलिंग ट्री’ के नाम सें भी जाना जाता है। इस पेड़ में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान मौजूद है। इसकी पत्तियां बहुत छोटी होती हैं। इस पेड़ में कांटे होते हैं। गर्मी के मौसम में बबूल के पेड़ पर पीले रंग के गोलाकार गुच्छों में फूल खिलते हैं। दरअसल, इसके कसैले गुण कफ और पित्त से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान हैं। जहां यह फेफड़ों में कफ को कम करने में मदद कर सकता है, वहीं इसके जीवाणुरोधी गुण त्वचा की कई समस्याओं के इलाज में सहायक हैं। इसके अलावा यह सांसों की दुर्गंध और मौखिक रोगों के लिए भी प्रभावी रूप से काम करता है। बबूल की फली सिरदर्द, घुटनों के दर्द को दूर करने के साथ ही दूसरी तरह की परेशानियों को भी ठीक करने में मदद करता है। लेकिन, इसके अलावा भी यह कई समस्याओं में फायदेमंद है। जानिए क्यों और कैसे।

गठिया के दर्द में तेजी से फायदेमंद

बबूल की फली, गठिया के दर्द में तेजी से कम करने में मदद कर सकती है। ये वात संतुलन के जरिए आंतरिक चोटों का उपचार करती है और फिर इसके टूटे हुए सिरों को जोड़ने में भी मदद करती है। इसके अलावा ये सूजन में कमी लाती है और इस दर्द को कम करने में मदद करती है।

सिरदर्द में आराम दिलाए बबूल की फली का पाउडर

आजकल बढ़ते तनाव, चिंता की वजह से अधिकतर लोग सिरदर्द की समस्या का सामना कर रहे हैं। सिरदर्द सभी उम्र के लोगों में काफी आम हो गई है। छोटी उम्र से लेकर बढ़ी उम्र तक के सभी लोग इस समस्या से परेशान रहते हैं। अगर आपको भी बार-बार सिरदर्द होता है, तो बबूल की फली का पाउडर ले सकते हैं। रोज सुबह-शाम गर्म पानी से साथ इस पाउडर का सेवन आपको सिरदर्द से राहत दिला सकता है

हेयर फॉल करे कम

बबूल का काढ़ा पीने से आपका हेयर फॉल भी कम होता है। इससे सिर में ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। यह बाल को मजबूती देने का काम करता है। जिन लोगों को मोटापे की शिकायत उन्हें इससे आराम मिलता है। यह चर्बी को गलाने का काम करता है। इससे वजन कंट्रोल आसानी हो सकता है। एक पैन में एक गिलास पानी डाल लीजिए फिर इसमें एक चम्मच बबूल पाउडर मिला लीजिए। अब इसे 7 मिनट तक उबाल लीजिए। फिर इसे छानकर एक कप में नमक डालकर पी लीजिए।

घाव भरे

बबूल की पत्तियां घाव भरने में काम आती हैं। बबूल की पत्तियों और छाल में सूजन-रोधी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो रक्तस्राव और संक्रमण को नियंत्रित करने में सहायता करते हैं जो घावों, कटने और चोटों को ठीक करने में तेजी लाते हैं। घाव को जल्दी ठीक करने के लिए थोड़ी मात्रा में बबूल के पत्तों का पाउडर लें और उस पर छिड़कें।

दांत रखे मजबूत

बबूल की छाल का इस्तेमाल टूथपेस्ट बनाने में भी किया जाता है। यह मसूड़ों और दांतों को हेल्दी रखता है। यह मसूड़ों की बीमारियों से भी लड़ता है। बबूल की फली और छिलके को जलाकर राख कर दिया जाता है और इसका उपयोग दांतों को साफ करने और दांत दर्द के इलाज के लिए किया जाता है। इसके अलावा, बबूल की दातुन भी दांत साफ करने में बहुत काम आता है।

खांसी में बबूल के फायदे

बबूल के पत्ते तथा तने की छाल का चूर्ण बनाएं। इसके 1-2 ग्राम की मात्रा में शहद मिलाकर सेवन करने से खांसी में लाभ होता है। इसी तरह 1 ग्राम बबूल के चूर्ण का सेवन करने से भी खांसी ठीक होती है।

डायरिया की समस्या से निजात दिलाए

अधिकतर लोगों को डायरिया की समस्या से बार-बार परेशान होना पड़ता है। अगर किसी व्यक्ति को डायरिया है, तो वे बबूल की फली का पाउडर ले सकते हैं। दस्त या डायरिया के लिए बबूल की फली का पाउडर एक रामबाण इलाज है। लेकिन इसका सेवन आपको डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। इससे डायरिया से निजात मिलता है।

त्वचा रखे चमकदार

बबूल की पत्तियों के शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल गुण त्वचा संबंधी परेशानियों के इलाज में फायदेमंद हैं। इसके अलावा, बबूल की पत्तियां त्वचा की चमक को भी बरकरार रखती हैं।

पेट करे मजबूत

बबूल की पत्तियों से तैयार काढ़ा बैक्टीरिया और पेट के संक्रमण को ठीक कर सकता है। यह पेट की गड़बड़ी को नियंत्रित करके दस्त के इलाज में प्रभावी हर्बल होता है।

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