पिता और भाई ने हथौड़े और बट्टे से कूंचकर युवती को उतारा मौत के घाट
यूपी के सिद्धार्थनगर में एक पिता और भाई ने घरेलू कलह में हथौड़े और बट्टे से कूंचकर युवती की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि भाई फरार है। युवती की मां ने पति और बेटे पर केस दर्ज कराया है। जिस पिता की अंगुली पकड़ कर उसने चलना सीखा था और जिस भाई ने कलाई में राखी बांधने पर उसे रक्षा का वचन दिया था वह इतना वहशी हो जाएगा सोचा भी नहीं जा सकता है। वह चीखती रही, पिता और भाई उसका सिर कूंचते रहे। तड़प-तड़प कर उसने दम तोड़ दिया। उसका कुसूर यह था कि वह मां और दो छोटे भाई बहनों के साथ उसी घर में अलग रह रही थी।
यह वारदात जिले के डुमरियागंज थाना क्षेत्र के मेंही हरदो गांव की है। मारी गई युवती की मां सुभावती ने पुलिस को बताया कि मंगलवार की सुबह करीब सात बजे उसकी 25 वर्षीय पुत्री अर्चना बर्तन धुलने के लिए हैंडपंप के पास गई थी। तभी उसके पति सुखराज और बेटे लवकुश ने हथौड़ा व बट्टा लेकर अर्चना पर हमला कर दिया। अर्चना बुरी तरह लहूलुहान होकर गिर पड़ी। चीख सुनकर वह छोटी बेटी नेहा और छोटे बेटे अभिषेक के साथ वहां पहुंची। लेकिन तब तक अर्चना की मौत हो गई थी।
मजदूरी कर खींच रही थी मां, छोटे भाई और बहन की जिंदगी की गाड़ी
सुभावती का पति सुखराज और उसका बड़ा बेटा लवकुश अपनी बहनों अर्चना, नेहा और छोटे भाई अभिषेक को पसंद नहीं करता था। जब ज्यादती ज्यादा बढ़ी तब उसी घर में अर्चना अपनी मां सुभावती व दोनों भाई बहन के साथ अलग रहने लगी। पिता व बड़े भाई द्वारा किसी तरह की मदद नहीं मिलने पर अर्चना खुद मजदूरी करने लगी और उसकी कमाई से परिवार का खर्च चलाने के साथ छोटी बहन नेहा व छोटे भाई अभिषेक को पढ़ाने लगी। चाहे जितनी मुश्किल आई लेकिन अर्चना की खुद्दारी ने अपने पिता व भाई के आगे हाथ नहीं फैलाने दिया। वह खेतों में काम करती। किसी के घर जाकर काम कर दिया करती तो उसे पैसे मिल जा रहे थे। अपने साथ मां और दोनों भाई बहन की जिंदगी की गाड़ी जैसे तैसे वह खींच रही थी। ग्रामीण बताते हैं कि उसने अपनी मां की सेवा व छोटे दोनों भाई बहनों को पढ़ाने लिखाने के लिए शादी नहीं की थी। बताया जा रहा है कि यही उसके पिता व बड़े भाई को नागवार लग रहा था। आए दिन तकरार भी हुआ करती थी। सोमवार की सुबह अर्चना के पिता व भाई ने ऐसा आपा खोया कि हथौड़े व बट्टा से सिर कूंच कर उसकी हत्या कर दी।
शव से लिपट कर रोती रही बहन, भाई बेसुध
अर्चना की लाश नल के पास पड़ी थी। उसकी लाश से लिपट कर उसकी छोटी बहन नेहा (17) लिपट कर रो रही थी। पुलिस मौके पर पहुंची तब भी वह शव से ही लिपटी रही। पुलिस के कहने वह उससे अलग हुई। मृतका के पैर के पास छोटा भाई अभिषेक (10) बेसुध सा बैठा सिसकियां भर रहा था। मां सुभावती की हालत यह थी कि वह बदहवाश हो चुकी थी।
क्या बोली पुलिस
डुमरियागंज के सीओ सतीश चंद्र पांडेय ने कहा कि मामले में आरोपी पिता पुत्र के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है। शीघ्र आरोपी पुलिस की गिरफ्त होंगे।