देश कई राज्यों में कुदरत का कहर, केदानाथ में 400 यात्री फंसे, हिमाचल में मिले 5 शव

उत्तराखंड में केदारघाटी में आई आपदा के बाद बचाव और राहत कार्य में अब सेना भी जुट गई है। सेना ने गौरीकुंड-सोनप्रयाग हाईवे पर फंसे 25 घायल, बुजुर्ग और दिव्यांगों को ट्राली के जरिये से निकाला। अन्य एजेंसियों के संयुक्त अभियान चलाकर सेना ने रविवार को 1275 यात्रियों को सुरक्षित निकाला। अब तक 10374 यात्री निकाले जा चुके हैं, केदारनाथ धाम में 400 यात्री अभी फंसे हुए हैं।

लापता लोगों को खोजेंगे स्वान

लापता यात्रियों का पता लगाने के लिए डॉग स्क्वाड का इस्तेमाल हो रहा है। वर्षा के कारण ध्वस्त पड़े रास्तों और पैदल पुल को ठीक करने का काम तेजी से किया जा रहा है। उधर, हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों बादल फटने के बाद बाढ़ आने से मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। 41 लोग अभी लापता हैं। आपदा के चौथे दिन रविवार को पांच शव मिले हैं।

उड़ान नहीं भर पाया चिनूक

केदारघाटी में 31 जुलाई की रात बादल फटने और भूस्खलन के बाद जगह-जगह फंसे तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए विभिन्न एजेंसियां जुटी हैं। मौसम अनुकूल न होने के कारण हेली सेवा से रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है। रविवार को भी वायुसेना के मालवाहक हेलीकॉप्टर चिनूक और एमआई-17 उड़ान नहीं भर पाए।

रास्ते को किया जा रहा सही

छोटे हेलीकॉप्टर और पैदल मार्ग से बचाव और राहत कार्य चलाया गया। सेना के दो स्निफर डॉग पैदल मार्ग पर जगह-जगह सर्च अभियान में सहयोग कर रहे हैं। 6 ग्रेनेडियर यूनिट सीओ कर्नल हितेश वशिष्ठ के नेतृत्व मेंआपदा से धाम के क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग को फिर से आवाजाही के लिए अनुकूल बनाने का काम भी शुरू हो गया है।

कहां से कितने यात्री निकाले गए

रविवार को विभिन्न मार्गों पर फंसे 640 यात्रियों को हेलीकॉप्टर और 635 को पैदल मार्ग से सुरक्षित निकाला गया। इनमें केदारनाथ से 80, लिंचोली और भीमबली से 560 यात्री शामिल हैं जिन्हें एयरलिप्ट किया गया। भीमबली, लिंचोली और चौमासी-कालीमठ पैदल मार्ग से 112 और गौरीकुंड से सोनप्रयाग पैदल मार्ग से 523 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।

हेलीकॉप्टर से पहुंचाया जा रहा चारा

यात्रा मार्ग में फंसे पशुओं की मदद के लिए पशु चिकित्सा विभाग आगे आया है। यात्रा मार्गों पर फंसे घोड़े व खच्चरों के लिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से चारा पहुंचाया जा रहा है। राज्य में पहाड़ से लेकर मैदान तक बादल मंडरा रहे हैं। भारी वर्षा का क्रम कुछ धीमा हुआ है, लेकिन अगले कुछ दिनों में वर्षा तेज हो सकती है। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।

कीरतपुर-मनाली मार्ग बहाल

उत्तरकाशी, ऊधम सिंह नगर और हरिद्वार में भी तीव्र वपड़ सकती हैं। अन्य जिलों में आंशिक बादल छाये रहने के आसार हैं। हिमाचल प्रदेश में स्पीति की पिन घाटी के सगनम गांव में भी बाढ़ आने से एक महिला की मौत की सूचना है। आपदा के करीब 48 घंटे बाद कुल्लू जिले के बिंदू ढाग व रायसन में कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर यातायात बहाल हो गया है।

श्रीनगर-लेह राजमार्ग बंद

मंडी में पंडोह बांध के पांचों गेट अब खुल गए हैं। पहली अगस्त को बाढ़ के साथ आई सिल्ट के कारण पंडोह बांध के एक व दो नंबर गेट बंद हो गए थे। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में रविवार को बादल फटने से कई घर, सड़क और धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। सड़क पर चट्टानें आ जाने के कारण श्रीनगर-लेह राजमार्ग बंद हो गया। बादल फटने से क्षेत्र में भूस्खलन शुरू हो गया। बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर आ गईं और सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

उप्र में नदियों का जल स्तर स्थिर

उप्र में अधिकतर जगह बादल छाए रहे, लेकिन कुछ जिलों में ही बूंदाबांदी हुई। गंगा, यमुना व सरयू का जलस्तर स्थिर है। बिजनौर बैराज से 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बावजूद अमरोहा के तिगरी में गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई। बदायूं में गंगा, शाहजहांपुर में गंगा, गर्रा और पीलीभीत में शारदा नदी खतरे के निशान से नीचे है। प्रयागराज में गंगा व व जलस्तर में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है।

बिहार में उफनाई लोकायन नदी ने तोड़ा तटबंध

बिहार में बहने वाली नदियों के कैचमेंट एरिया झारखंड में अतिवृष्टि के कारण शनिवार की रात अचानक उफान में आई लोकायन नदी ने छह पंचायतों में तटबंध तोड़ दिए। इससे नालंदा जिले के हिलसा अनुमंडल के तीन प्रखंडों की छह पंचायत के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।

डूबने से पांच की मौत

राज्य में रविवार को अलग-अलग जगहों पर विभिन्न घटनाओं में दो बच्चों समेत पांच लोगों की डूबने से मौत हो गई, जबकि तीन अन्य बच्चे लापता हैं। येलो अलर्ट जारी किया गया है।

कई जगह के लिए रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने रविवार को पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान समेत कई क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की आशंका जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया। आईएमडी के विज्ञानी नरेश कुमार ने कहा- ”मानसून अपने सक्रिय चरण में है। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में गहरा दबाव बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में कम दबाव है।

इन स्थानों हो सकती भारी बारिश

पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, कोंकण क्षेत्र, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में अत्यधिक भारी बारिश होने के आसार हैं। हमने इन क्षेत्रों के रेड अलर्ट भी जारी किया है। अगले दो दिनों में दिल्ली-एनसीआर में बारिश नहीं होगी। केरल, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश की उम्मीद है।

पुणे में उतारी गई सेना

उधर, भारी बारिश और खड़कवासला बांध से पानी छोड़े जाने के बीच पुणे के जलमग्न आवासीय क्षेत्र में सेना के जवानों को तैनात किया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अधिकारियों को सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की सहायता से लोगों को खतरे वाले क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है।

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