हल्के में ना लें डायबिटीज़ को, शुगर कंट्रोल करने के लिए अपनाएं ये उपाय

शुगर की बीमारी को कई लोग डायबिटीज़, कुछ लोग मधुमेह, कुछ शक्कर की बीमारी के नाम से जानते हैं। डायबिटीज़ की बीमारी को लोग बहुत ही हल्के में बहुत ही सामान्य में लेल लेते हैं। जबकि यह एक जानलेवा बीमारी है। लोगों को यह तक पता ही नहीं है की यह बहुत गंभीर रोग है जिसके कारण सबसे ज्यादा जान जाने का खतरा होता है। दुनियाभर में डायबिटीज की समस्या से करोड़ों लोग जूझ रहे हैं। इस बीमारी में व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता और ब्लड शुगर बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों को अपना ब्लड शुगर कंट्रोल रखना चाहिए क्योंकि अत्यधिक ब्लड शुगर गंभीर परिस्थितियां पैदा कर सकता है। डायबिटीज की वजह से कई बार हार्ट अटैक जैसी कंडीशन भी देखने को मिल सकती है। यही वजह है कि ऐसे मरीजों को हमेशा ब्लड शुगर कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है।

डाइट से शुगर करें कंट्रोल

डायबिटीज के मरीजों का इम्यून सिस्टम भी धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। ऐसे में उन्हें एक ऐसी डाइट लेनी चाहिए, जिससे वो एकदम फिट रहें और उनका इम्यून सिस्टम किसी भी बीमारी से लड़ने में सक्षम हो। वैसे तो डायबिटीज एक बार हो जाए, तो फिर इसका कोई सटीक इलाज नहीं है, ऐसे में आप अपनी डाइट पर ही फोकस करके इसे कम कर सकते हैं या फिर कंट्रोल में रख सकते हैं। डाइट फॉर डायबिटिक की बात करें, तो सबसे पहले आपको तीन चीजों का ध्यान रखना चाहिए कि आप सही मात्रा में खाएं, सही टाइम पर खाएं और सही गैप के साथ खाएं। क्या चीजें नहीं खानी चाहिए, इसका भी ध्यान रखना है।

ब्लड शुगर की नियमित रूप से जांच करें

डायबिटीज को प्रभावी ढंग से कंट्रोल करने के लिए नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच करना जरूरी है। घर पर अपने ब्लड शुगर की जांच करने और रिजल्ट का रिकॉर्ड रखने के लिए ग्लूकोज मीटर का उपयोग करें।

डायबिटीज को कंट्रोल करेगी सोंठ

ताजा अदरक को सुखाने पर सोंठ मिलता है, ब्लड शुगर के लेवल स्तर को प्रबंधित करने के लिए एक देसी नुस्खे की तरह काम करता है। सोंठ का इस्तेमाल खाने में इस्तेमाल करने के साथ ही कई स्वास्थय संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करती है। अदरक के सेवन से A1C स्तर और फास्टिंग सीरम ग्लूकोज लेवल में कमी आ सकती है। A1C एक टेस्ट है जो कुछ महीनों में औसत ब्लड शुगर के लेवल का टेस्ट करता है, जिससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

टमाटर का करें सेवन

टमाटर को लोग अक्सर नजरअंदाज कर लेते हैं, इसे कच्चा खाने से भी लोग परहेज करते हैं। लेकिन अगर आप इसे अपने डाइट में शामिल करते हैं तो ये आपके शुगर के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। टमाटर में लाइकोपीन नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है, इससे आपके शरीर में इंसुलिन का लेवल भी ठीक बना रहता है।

कार्बोहाइड्रेट्स का भी रखें ध्यान

ध्यान रखना चाहिए कि आप कौन से कार्बोहाइड्रेट चूज कर रहे हैं। लोगों को ये लगता है कि कार्बोहाइड्रेट अवॉइड करने से शुगर कम हो जाएगी ऐसा नहीं है। कार्बोहाइड्रेट हमारे शरीर को सबसे ज्यादा एनर्जी देते हैं। लेकिन आप किस तरीके का कार्बोहाइड्रेट चूज करते हैं। आप साबुत अनाज का चुनाव कर सकते हैं, मल्टी ग्रेन ले सकते हैं और अपने आटे के लिए मिलेट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे बाजरा और रागी।

30 मिनट एक्सरसाइज करें

डायबिटीज में फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होने से ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। इससे इंसुलिन रेसिस्टेंट में सुधार होता है और समग्र कल्याण को बढ़ावा मिलता है। आपको रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करनी चाहिए। अगर हम वॉक कर सकते हैं 20-30 मिनट तो हमें वो भी करना चाहिए। ये भी ध्यान रखना चाहिए कि अगर हम जब वॉक कर रहे हैं तो हम बिना कुछ खाए ना जाए। वॉक करने के दौरान भीगे हुए बादाम या अखरोट खाएं। उसके बाद कोई प्रोटीन इनटेक ले सकते हैं। खाली पेट एक्सरसाइज करना शुगर पेशेंट के लिए हानिकारक हो सकता है।

फाइबर की मात्रा बढ़ाएं

खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाने से ब्लड शुगर लेवल को मैनेज किया जा सकता है। फाइबर धीरे-धीरे पचता है, जिस वजह से ब्लड शुगर में स्पाइक नहीं आता। इसके अलावा, फाइबर पाचन के लिए भी फायदेमंद होता है। साथ ही, यह कोलेस्ट्रोल कम करने और वजन कम करने में भी मददगार होता है।

पर्याप्त नींद लें

पर्याप्त नींद लेना स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने और डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जरूरी है। आपको हर रात 7-9 घंटे की अच्छी नींद लेनी चाहिए। इससे न केवल ब्लड शुगर को काबू रखने बल्कि इंसुलिन रेसिस्टेंट में सुधार करने में मदद मिल सकती है। इनके अलावा अपनी दवाओं को समय लें, तनाव से बचें, स्मोकिंग और शराब से बचें, अपनी पैरों को चोट से बचाकर रखें और सबसे बड़ी बात अपनी परेशानी को परिवार के लोगों और दोस्तों से शेयर करें और उनसे सलाह लेते रहें।

स्ट्रेस कम करें

हमारी जीवनशैली की वजह से हम स्ट्रेस का शिकार हो सकते हैं। स्ट्रेस की वजह से हमारी बॉडी कॉर्टिसोल रिलीज करती है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट सीखें। इसमें योग, मेडिटेशन और जर्नलिंग आपकी मदद कर सकते हैं।

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