तीन दिनों से लगातार झमाझम बारिश, बेतवा चार व यमुना का तीन मीटर बढ़ा जलस्तर
- बारिश से धान किसानों को मिली राहत, कच्चा घर गिरने से अधेड़ गंभीर, जुलाई माह में अब तक 253 मिलीमीटर हुई बारिश
हमीरपुर। तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से धान किसानों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं लहचुरा बांध से पानी छोड़े जाने के चलते बेतवा का चार मीटर व यमुना का तीन मीटर जलस्तर बढ़ा है। हालांकि लगातार बारिश के चलते एक कच्चा घर गिरने से एक अधेड़ गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे परिजनों ने सीएचसी में भर्ती कराया है। मौसम विभाग के मुताबिक जुलाई माह में अब तक औसतन 253.33 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।
जुलाई माह में अब तक सदर तहसील में 362 मिलीमीटर, मौदहा में 267 मिलीमीटर व राठ में 131 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। जिले भर में औसतन 253.33 मिलीमीटर बारिश हुई है। वहीं मध्य प्रदेश के जिलों में अच्छी बारिश होने से धसान नदी का जलस्तर बढ़ने से जून माह के जलस्तर के सापेक्ष बेतवा नदी के जलस्तर में चार मीटर की बढोत्तरी हुई है। जबकि यमुना का भी जलस्तर तीन मीटर बढ़ा है। तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते धान किसानों के मुरझाए चेहरों में चमक आ गई है। वहीं खरीफ फसलों को भी संजीवनी मिली है।
बारिश से गिरा कच्चा घर, अधेड़ गंभीर
मौदहा कस्बे के बाकी तलैया निवासी शरीफ अहमद का कच्चा मकान शुक्रवार रात भरभरा कर गिर गया। जिसमें वह दबकर गंभीर रूप से घायल हो गया। मकान गिरने की आहट पर पहुंचे मोहल्ले के लोगों ने किसी तरह उसे मलबे से निकालकर सीएचसी पहुंचाया। जहां पर उसका इलाज जारी है। सभासद उत्तम सिंह ने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारियों को घटना की सूचना दे दी गई है।
धान किसानों को मिली संजीवनी
सुमेरपुर क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक इंगोहटा, विदोखर पुरई, विदोखर मेंदनी, पलरा, मवईजार, नदेहरा, बण्डा, खड़ेहीजार, कल्ला, धनपुरा, छानी खुर्द, छानी बुजुर्ग, अतरार आदि गांवों में झमाझम बारिश होने से धान किसानों को बड़ी राहत मिली है। किसानों का कहना है कि इस बारिश ने नलकूपों के पानी पर निर्भर रहने से कुछ दिन के लिए राहत दे दी है। तेज बारिश के बाद क्षेत्र के दो प्रमुख नाले उफना उठे। इंगोहटा गांव से निकले लीणा नाला मुमुक्ष आश्रम के सामने बने रपटे के ऊपर बह रहा है। इससे छानी मार्ग से बस्ती जाने का मार्ग अवरुद्ध है। वहीं करोड़न नाले में बांकी गांव के समीप बना रपटा भी अवरुद्ध हो गया है। वहीं गायत्री तपोभूमि के समीप करोड़न नाले का पानी मोक्षधाम तक पहुंच गया है।