हरिद्वार में गंगाजल लेने को शिव भक्तों का उमड़ा हुजूम, कांवड़ियों की संख्या 27 लाख के पार
श्रामन मास में कांवड़ यात्रा 2024 में निकले शिव भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा है। यूपी, दिल्ली-एनसीआर सहित अन्य पड़ोसी राज्यों से भारी संख्या में कांवड़िए गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। पुलिस का दावा है कि गुरुवार को 15 लाख कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।
विधिवत रूप से 22 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा में अब तक 27 लाख 40 हजार कांवड़ यात्रियों के हरिद्वार पहुंचने और फिर अपने-अपने गंतव्यों को रवाना होने का अनुमान है। हरिद्वार पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को 60 हजार 371 वाहन हरिद्वार की सीमा दाखिल हुए। इसमें 35492 दोपहिया, छोटे वाहन 20610 और बड़े वाहन 4269 शामिल है।
हाईवे की एक साइड कांवड़ के लिए जल्द होगी आरक्षित
हरिद्वार में कांवड़ यात्रा जोर पकड़ने लगी है। जल्द ही हरिद्वार-दिल्ली हाईवे की एक साइड को कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दिया जाएगा। डिवाइडर के एक साइड पर सिर्फ कांवड़ यात्रा ही चलेगी, वहीं दूसरी साइड पर वाहनों की आवाजाही कराई जाएगी। अभी कावंड़िए हाईवे के अलावा नहर पटरी और शहर के अंदर के मार्गों से भी गुजर रहे हैं। दो से तीन दिनों में कांवड़ियों के लिए डिवाइडर की एक साइड पूरी तरह आरक्षित कर दी जाएगी।
तीन दिन में 29 हजार कांवड़ियों का उपचार
हरिद्वार में कांवड़ मेले के दौरान स्वास्थ्य विभाग के 21 शिविरों में 28,874 कांवड़ियों का उपचार किया जा चुका है। इसके अलावा 28 कांवड़ियों को हायर सेंटर रेफर किया गया। चिंताजनक बात यह है कि बंदर और कुत्तों के काटने से इस दौरान 20 कांवड़िए घायल हुए, जिनका उपचार किया गया।
डाक कांवड़ के दौरान बाइक एंबुलेंस भी चलेगी
हरिद्वार। डाक कांवड़ शुरू होने के दौरान बीमार और घायल कांवड़ियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बाइक एंबुलेंस भी चलेगी। डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि डाक कांवड़ के दौरान चार पहिया एंबुलेंस का संचालन संभव नहीं हो पाने की स्थिति में बाइक एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाएगा।