शौचालय की टंकी में मजदूर हुए बेहोश, JCB से निकाले गए बाहर, दो की अस्पताल में मौत

सीवर और शौचालयों की साफ सफाई के दौरान अक्सर सुरक्षा उपकरणों के अभाव में मजदूरों की मौत हो जाती है। ऐसा ही एक मामला बिहार के सिवान जिले के भगवानपुर हाट में देखने को मिला है। यहां के नगवां गांव निवासी चंदन शर्मा के निजी निर्माणाधीन शौचालय की टंकी में दम घुटने से तीन मजदूर बेहोश हो गए थे। मजदूरों के बेहोश होते ही अफरा-तफरी मच गई। 

तीनों मजदूर तकरीबन 15 फीट गहरे शौचालय की टंकी का सैंट्रिंग खोलने के लिए करीब एक वर्ग फीट के होल से अंदर घुसे थे। लेकिन टंकी के अंदर घुसते ही उनको सांस लेने में तकलीफ होने लगी, क्योंकि अंदर उन्हें पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही थी। टंकी में घुसे मजदूरों ने अजीब तरह की आवाजें निकालना शुरू कर दिया। यह देख सुन बाहर मौजूद आसपास स्थानीय लोग लोग घबरा गए। गांव में अफरा तफरी का माहोल बन गया। लोग मजदूरों को निकालने के तरीके सोचने लगे। 

इसी बीच आनन फानन में जेसीबी मंगवाई गई और टंकी के बगल में खुदाई शुरू कराई गई ताकि अंदर फसे मजदूरों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके। इसी बीच इस बात की भी चिंता लगी थी कि कहीं मजदूरों के साथ कोई अनहोनी न हो जाए। करीब घंटे भर के अथक प्रयास के बाद तीनों मजदूरों को टंकी से बाहर निकाल लिया गया। तुरंत मजदूरों को सीएचसी ले जाया गया। वहां इमर्जेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर कुछ कर पाते कि इससे पहले ही दो मजदूरों ने दम तोड़ दिया। बचे हुए एक मजदूर को जल्द ही सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। 

रेफर किया गया मजदूर अस्पताल के जनरल बार्ड में बिना ऑक्सीजन के छटपटा रहा था कि तभी ये देख गांव वालों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसे देख डॉक्टरों ने उसे जल्दबाजी में वहां से रेफर कर दिया। बचे हुए मजदूर का इलाज चल रहा है। 

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