भीषण गर्मी में सड़क पर उतरे छात्र, परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर BHU गेट पर जमकर किया प्रदर्शन

नीट यूजी परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी को लेकर वाराणसी में तैयारी करने वाले अभ्यर्थी शनिवार को एकजुट हुए। विभिन्न कोचिंग संस्थानों के हजारों छात्रों ने बीएचयू सिंहद्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। एक घंटे तक चली नारेबाजी के बाद पुलिस ने उन्हें समझाकर वापस भेजा। 

परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनटीए पर छात्रों ने गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। अभ्यर्थी कृतिक राज ने बताया कि नीट यूजी परीक्षा 2024 में 13 लाख छात्र पास हुए। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब एक साथ 67 छात्रों को रैंक 1 हासिल हुई। वहीं, एक ही सेंटर से 8 छात्रों को 720 में से 720 नंबर हासिल हुए। उन्होंने कहा कि एनटीए द्वारा आयोजित नीट परीक्षा के स्कोर के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलता है। इसलिए छात्र इस परीक्षा में अव्वल होने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। तीन दिन पहले यानी कि 4 जून को नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया। नतीजों के सामने आने के बाद से कई छात्र काफी नाराज दिख रहे हैं। छात्रों ने मांग की कि परीक्षा रद्द की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो।

पेपर लीक के आरोपों को एनटीए ने किया खारिज

मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के परिणामों में कथित गड़बड़ी और सीबीआई जांच की मांग के बीच, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। एनटीए ने स्पष्ट किया कि छात्रों को दिए गए ग्रेस अंकों से परिणामों में कोई फर्क नहीं पड़ा है और पेपर लीक होने के आरोपों को भी खारिज किया। एनटीए के डीजी सुबोध कुमार सिंह ने कहा, “यह मसला सिर्फ 1600 छात्रों का है, जबकि परीक्षा 23 लाख से ज्यादा छात्रों ने दी थी। 4750 केंद्रों में से केवल 6 केंद्रों का मामला है। छात्रों की ग्रेस मार्क्स और समय के नुकसान से जुड़ी आपत्तियों पर विचार करने के लिए एक समिति बनाई गई है। इस समिति की सिफारिशों के आधार पर हम निर्णय लेंगे। समिति की सिफारिशें एक सप्ताह में आ जाएंगी। इस समिति में यूपीएससी के पूर्व सदस्य और कई वरिष्ठ शिक्षाविदों को शामिल किया गया है।”

एक ही एग्जाम सेंटर के 8 स्टूडेंट टॉपर

एनटीए द्वारा जारी नीट टॉपरों की मेरिट लिस्ट में 8 छात्रों के रोल नंबर एक ही सीरीज (62 से 69) में होने पर संदेह व्यक्त किया गया है। इनमें से 6 छात्रों ने रैंक 1 प्राप्त की है और ये सभी हरियाणा के बहादुरगढ़ स्थित एक ही परीक्षा केंद्र के हैं। सोशल मीडिया पर अभ्यर्थियों और परीक्षा विशेषज्ञों ने इस पर सवाल उठाते हुए नीट की पारदर्शिता पर संदेह जताया है। इन 8 में से 7 छात्रों के सरनेम लिस्ट में नहीं दिए गए हैं, जिससे संदेह और बढ़ गया है। इन छात्रों के नीट रोल नंबर, नाम, अंक और रैंक का स्नैपशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इन 8 में से 6 छात्रों ने 720 में से 720 अंक प्राप्त किए हैं, जबकि अन्य दो ने 719 और 718 अंक प्राप्त किए हैं। एनटीए ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि हरियाणा के परीक्षा केंद्र पर छात्रों का समय बर्बाद हुआ था, जिसके चलते उन्हें मुआवजे के तौर पर ग्रेस मार्क्स दिए गए थे।

सवाल ये भी उठ रहा है कि 718 और 719 मार्क्स आना असंभव है। स्टूडेंट्स का तर्क है कि नीट का पेपर 720 नंबर का होता है। हर सवाल चार नंबर का होता और गलत उत्तर पर एक अंक की नेगेटिव मार्किंग होती है। अगर कोई परिक्षार्थी सभी सवाल सही करता है तो उसके पूरे 720 में से 720 नंबर आएंगे और अगर एक सवाल छोड़ देता है तो उसके 716 अंक आएंगे। वहीं एक सवाल गलत करता है तो उसके 715 अंक रह जाएंगे। ऐसे में 718 व 719 अंक हासिल कर पाना असंभव हैं। 720 के बाद किसी के 715 और 716 अंक ही आ सकते हैं।

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