MP में भीषण गर्मी से हल्की स मिली राहत, कहीं चल रही लू तो कहीं आंधी-बारिश की संभावना

मध्य प्रदेश में जारी गर्मी के दौर में शनिवार को हल्की सी राहत मिली है, इस दौरान राज्य के ज्यादातर शहरों में अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की कमी देखने को मिली। मौसम विभाग ने आज प्रदेश में मौसम के दो मिजाज देखने की संभावना जताई है, एक तरफ कई जिलों में लू का रेड अलर्ट है। वहीं, कुछ जिलों में आंधी और बूंदाबांदी वाला मौसम भी रहेगा। इसके अलावा मौसम विभाग से भी मानसून को लेकर गुड न्यूज मिली है, दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य प्रदेश में 15 जून तक पहुंचने की संभावना है जो राज्य में उसके सामान्य आगमन से दो दिन पहले है।

मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने गुरुवार को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में समय से पहले ही दस्तक दे दी। केरल और पूर्वोत्तर में मानसून का एक साथ आना काफी दुर्लभ है और इससे पहले चार मौकों 1991, 1995, 1997 और 2017 पर ऐसा हुआ था।

शनिवार को दोपहर 2 बजे तक प्रदेश के प्रमुख शहरों के तापमान की बात करें तो भोपाल में 39 डिग्री, इंदौर में 37 डिग्री, जबलपुर में 41 डिग्री, होशंगाबाद में 36.6 डिग्री, ग्वालियर में 46 डिग्री और सतना में 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि मौसम विभाग ने शनिवार के लिए सीधी, सतना, मैहर और छतरपुर जिलों में तीव्र लू का रेड अलर्ट जारी किया है। साथ ही रीवा, मऊगंज, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, पन्ना, दमोह, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, शिवपुरी, दतिया, भिंड और मुरैना जिलों में कहीं-कहीं लू चलने का यलो अलर्ट जारी किया है।

इसके अलावा पन्ना जिले में बिजली चमकने के साथ कहीं-कहीं आंधी व हल्की बारिश हो सकती है, साथ ही दतिया, भिंड, रीवा, मऊगंज, सिंगरौली, सीधी, सतना, मैहर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा, छतरपुर और टीकमगढ़ जिलों में कहीं-कहीं 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बिजली चमकने व हल्की वर्षा होने का अनुमान है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भोपाल केंद्र के मौसम विज्ञानी प्रमेंद्र कुमार ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘मध्य प्रदेश में मानसून के 15 जून के आसपास या अपने सामान्य समय से एक या दो दिन पहले आने की संभावना है।’ उन्होंने बताया कि इस मौसम में राज्य में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में औसतन 949 मिलीमीटर बारिश होती है।

प्रमेंद्र ने बताया कि पिछले साल राज्य में मानसून का आगमन 25 जून को हुआ था लेकिन कम समय में ही उसने पूरे राज्य को कवर कर लिया था। IMD भोपाल केंद्र के एक अन्य मौसम विज्ञानी प्रकाश धवले ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में समय से पहले दस्तक दे दी है। उन्होंने बताया कि अगर प्रगति सामान्य रही तो मानसून 17 जून से एक या दो दिन पहले दक्षिणी मध्य प्रदेश पहुंच सकता है।

वर्ष 2022 में राज्य के मध्य क्षेत्र में मानसून का आगमन अपने सामान्य समय से एक दिन पहले 16 जून को हुआ था और 21 जून तक राज्य के 80 प्रतिशत हिस्से को कवर कर लिया था।

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