नोएडा: हनीट्रैप में फंसे HR मैनेजर ने की आत्महत्या, 2 महीन पहले हुई थी शादी

नोएडा केबरौला गांव में रहने वाले प्राइवेट कंपनी के एचआर मैनेजर ने गले में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। साइबर अपराधियों ने वीडियो कॉल के जरिये उनका अश्लील वीडियो बना लिया था और हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल कर रहे थे। इस मामले में एचआर मैनेजर के पिता ने सेक्टर-49 थाने में खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज कराया है।

प्रयागराज के पुष्पांजलि नगर भातापुर निवासी फूलचंद गुप्ता ने बुधवार को पुलिस को बताया कि उनका बेटा अभिषेक राज गुप्ता बरौला गांव में किराये के मकान में रहता था। वह नोएडा की निजी कंपनी में एचआर मैनेजर के पद पर तैनात था। 23 अप्रैल को उनके बेटे ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके बेटे के मोबाइल फोन पर कुछ दिनों से मैसेज और ई-मेल आ रहे थे।

कुछ लोगों ने हनीट्रेप में फंसाकर उसका अश्लील वीडियो बना लिया था। उस वीडियो के माध्यम से वे लोग उसे ब्लैकमेल कर रहे थे। आरोपी रुपये न देने पर उसका अश्लील वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दे रहे थे। अभिषेक राज गुप्ता ने आत्महत्या करने से पहले परिजनों को इस बारे में बताया था। उन्होंने उसे समझाया था और पुलिस में शिकायत करने का सुझाव दिया था। पीड़ित के अनुसार, साइबर अपराधियों के जाल में फंसे उनके बेटे ने मानसिक तनाव के चलते 23 अप्रैल को आत्महत्या कर ली।

थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस की टीम युवक के फोन में मिले डेटा के जरिये अपराधियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

फरवरी में हुई थी शादी : थाना प्रभारी ने बताया कि अभिषेक राज पिछले ढाई वर्ष से बरौला में रह रहे थे। बीते फरवरी में उनकी शादी हुई थी। उनकी पत्नी यहां पर नहीं थी। वह बरौला में अकेले ही रहते थे। अभिषेक के आत्महत्या करने के बाद परिजन नोएडा आए। इस दौरान उनकी बहन के फोन में अज्ञात नंबर से मैसेज आने के बाद उन लोगों को हनीट्रैप के बारे में जानकारी हुई। इसके बाद परिजनों ने इसको लेकर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।

पहले भी हुई ऐसी घटना

ग्रेटर नोएडा स्थित कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई करने वाले युवक ने बीते 23 मार्च को आत्महत्या कर ली थी। घर में छोड़े सुसाइड नोट में युवक ने हनीट्रैप का जिक्र किया था। उसने लिखा था कि जालसाजों ने उसका न्यूड वीडियो बना लिया था। वीडियो वायरल की धमकी देकर आरोपी उससे रुपये ऐंठ रहे थे। उसने रुपये देने से इनकार किया तो उसको लगातार धमकी दी जा रही थी।

परिवार मददगार बनें

जीबीयू में मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष आनंद प्रताप सिंह का कहना है कि अभिभावक और दोस्त हनीट्रैप में फंसे व्यक्ति के मददगार सकते हैं। आत्महत्या करने का फैसला कोई भी अचानक से नहीं लेता। इसके पहले कई प्रक्रिया लंबे समय तक चलती हैं। व्यवहार में परिवर्तन होने लगता है। अभिभावकों को बच्चे के बदलते व्यवहार पर नजर रखनी चाहिए। उससे बात करके उसकी समस्या को पूछना चाहिए ताकि उसे मुश्किल से बाहर निकाला जा सके।

इन बातों का ध्यान रखें

सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम पर किसी अंजान लड़की की रिक्वेस्ट आए तो पहले उसकी आईडी की अच्छी से जांच करें। यदि उसमें कोई आपका म्यूचल फ्रेंड है तो उससे इस बारे में जानकारी लें। यदि उसके बारे में कोई जानकारी न मिले तो उस आईडी को ब्लॉक कर दें। यदि आपके नंबर पर किसी अनजान लड़की का मैसेज आए और आपसे दोस्ती करने की बात की जाए तो सावधान हो जाएं। उससे दोस्ती न करें। अज्ञात नंबर से आने वाली वीडियो कॉल अटैंड न करें। अगर कोई वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपये की मांग करे तो तुरंत इसकी शिकायत पुलिस को दें।

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