यूपी में चार दिनों तक झुलसाएगी गर्मी, 40 डिग्री के पार जा सकता है अधिकतम तापमान
पूर्वी उत्तर प्रदेश में गर्मी खतरनाक अंदाज में दिख रही है। गर्म पछुआ हवा ने लू का एहसास कराया तो आगे भी दो-चार दिनों तक सूरज की तपिश झुलसाएगी। चार से छह अप्रैल के बीच अधिकतम तापमान तब 40 डिग्री के पार जा सकता है। बढ़ते तापमान पर सात अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ से ब्रेक भी लगने का संकेत है।
पूर्वानुमान के मुताबिक वाराणसी में सोमवार को दिन की शुरुआत छिटपुट बादलों और नरम हवा के साथ हुआ। सुबह लगभग सात बजे तक सूरज की किरणें पूरी तरह धरती पर नहीं पड़ रही थीं, इसलिए हवा गर्म नहीं थी। इसके एक घंटे बाद वातावरण बदला। तेज धूप के साथ पछुआ की रफ्तार बढ़ी। दोपहर के वक्त वह लू जैसी लग रही थी। चेहरे झुलस रहे थे, गला सूख रहा था। अस्पताल, बस और रेलवे स्टेशन के लिए निकले लोगों के अलावा रोजेदारों को गर्म हवा से शुष्क हुए वातावरण में काफी दिक्कत हुई। दिन का तापमान 38.7 और रात का तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस था। दोनों सामान्य से अधिक थे।
धूल भरी हवाओं से अप्रैल की शुरुआत, आगे क्या होगा?
अप्रैल की शुरुआत धूल भरी हवाओं से हुई है। मौसम का मिजाज शुष्क होने के साथ सोमवार को धूल भरी हवाएं चलने लगी। यह हवाएं लू के थपेड़ों की तरह चेहरे से टकरा रही थी। दोपहर में चल रही हवाओं की रफ्तार 66 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक रही। ज्यादातर हवाएं पछुआ चली। कभी-कभी हवाओं का रुख उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ भी रहा।
मार्च में सूरज की तपिश से राहत दे रहा मौसम
अप्रैल की पहली किरण से ही बदल गया। सुबह से ही तेज हवाएं चलने लगी। सुबह आठ बजे से 11 बजे तक औसतन 18 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलं। कभी-कभी हवा के कुछ थपेड़ों की रफ्तार 40 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई थी।
दोपहर में बढ़ी रफ्तार
दोपहर 12 के बाद सूरज के तेवर तल्ख हुए। मौसम और शुष्क हुआ। इसके बाद हवा के थपेड़ों की तीव्रता बढ़ गई। इस दरम्यान रफ्तार भी बढ़ गई। दोपहर एक बजे से शाम 5.30 बजे के बीच हवाओं की औसतन रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही। जिसमें सबसे तेज हवा की रफ्तार 36 नॉट तक पहुंच गई। यह पछुआ रही। उसकी गति करीब 66 किमी प्रति घंटे आंकी गई। इस मौसम में सबसे ज्यादा दिक्कत दोपहर में बाजार निकले लोगों को हुई। तेज हवा की वजह से धूल उड़ी। दोपहिया व साइकिल सवारों को वाहन चलाने में संतुलन बनाने में दिक्कत हुई।