उपभोक्ताओं से खिलवाड़ पर 50 कंपनियां पर 35 लाख का लगा जुर्माना, जानिए पूरा मामला…
ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते ट्रेंड का फायदा उठाकर कई ई-कॉमर्स कंपनियां उपभोक्ताओं को अंधेरे में रख रही हैं। बाट माप विभाग की जांच में ऐसी 50 से अधिक कंपनियां सामने आई हैं, जिन्होंने उत्पाद की सही जानकारी नहीं दी। इस वित्त वर्ष में विभाग ऐसी कंपनियों से 35 लाख जुर्माना वसूला गया है।
बाट माप विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक प्रवीण नेगी ने बताया कि इन कंपनियों के लिए कई नियम-कायदे बने हैं। मसलन, कंपनियों को सामान की सही जानकारी, उत्पादन तिथि, मूल्य एवं रिव्यू अपलोड करना होता है। लेकिन, कुछ कंपनियां ग्राहकों को गुमराह करने के लिए उक्त जानकारियां अपलोड नहीं करतीं।
ऐसे में उपभोक्ता सामान तो खरीद लेते हैं, लेकिन सामान की सही जानकारी नहीं होने पर समझौता करना पड़ता है। नेगी ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के दस महीनों में विभाग ऐसी सैकड़ों कंपनियों की जांच-पड़ताल कर चुका है। उन्होंने बताया कि इनमें से पचास कंपनियों के चालान काटे गए और लाखों रुपये का जुर्माना भी वसूला गया।
इन बातों का ध्यान रखें
मान लीजिए आप ऑनलाइन मोबाइल खरीद रहे हैं तो उसका पूरा विवरण जरूर देखें। जैसे ब्रांड और मॉडल का नाम, ऑपरेटिंग सिस्टम, कलर, तकनीक से संबंधी जानकारियां।
यह दिक्कतें भी
-ऑर्डर डिलीवरी के दौरान टूटा हुआ सामान मिलना।
-रिफंड नहीं मिलना या रिफंड में देरी होना।
-उत्पाद की गुणवत्ता डिस्प्ले के हिसाब से नहीं होना।
-कंपनी की ओर से जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया जाना।
-उपभोक्ताओं की शिकायतों के समाधान में हीलाहवाली।