छत्तीसगढ़ के इस नक्सल प्रभावित इलाके में बना बोर्ड परीक्षा का सेंटर, हेलीकाप्टर से भेजे गए पेपर
नक्सलवाद प्रभावित इलाकों पर शिक्षा को तेजी से बढ़ावा देने ही सुंदर तस्वीर सामने आई है। छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग ने माओवाद प्रभावित इलाकों पर बोर्ड परीक्षा कराने के लिए 16 केंद्र बनाए है जिसमें कड़ी सुरक्षा के साथ 15 केंद्रों तक प्रश्न पत्र सड़क मार्ग से भेजा गया तो वहीं 1 केंद्र में परीक्षा का प्रश्न पत्र भेजने के लिए विभाग को हेलीकाप्टर की मदद लेनी पड़ी है। जिस केंद्र में हेलीकाप्टर से प्रश्न पत्र भेजे गए है वह जगरगुंडा क्षेत्र में यह नक्सलियों की राजधानी मानी जाती है। यही वजह है कि शासन ने शुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है।
बतादें कि सुकमा जिले का जगरगुंडा इलाका नक्सलियों का कोर इलाका कहा जाता है। जहा शिक्षा विभाग बोर्ड परीक्षा कराने जा रहा है। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यहां विभाग ने प्रश्न पत्र को हेलीकाप्टर से भेजा है जिससे की कोई भी बच्चा परीक्षा से वंचित न हो सके। इस मामले की जानकारी देते हुए सुकमा कलेक्टर हरीश एस ने बताया कि “साल 2024 में होने वाले बोर्ड परीक्षा में पहली बार ऐसा हुआ कि सुकमा जिले में बोर्ड परीक्षा का प्रश्न पत्र वितरण का काम समन्वयक केंद्र हायर सेकंडरी स्कूल सुकमा से किया गया है। पहले प्रश्न पत्र के वितरण को लेकर व्यवस्था दूसरी थी। पहले बोर्ड परीक्षा में केंद्राध्यक्ष प्रश्न पत्र के लिए बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर जाया करते थे लेकिन सुकमा केंद्र बनाने से इसमें बड़ी आसानी भी हो रही है।
छत्तीसगढ़ में 1 मार्च से बोर्ड की परीक्षा शुरू हो रही है। जिसको लेकर सुकमा जिले में कुल 16 केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में दसवीं की परीक्षा में 1883 नियमित छात्र शामिल होंगे और 18 स्वाध्यायी छात्र, वहीं बारहवीं की परीक्षा में नियमित 1495 छात्र व 33 स्वाध्यायी छात्र रहेंगे। जिस जगरगुंडा में हेलिकाप्टर से पश्न पत्र भेजे गए वहां के सिर्फ 1 सेंटर है जिसमें 10वीं-12वीं के केवल 36 छात्र हैं।