गंगोत्री हाईवे तीन दिन से बंद, चीन सीमा से जिला मुख्यालय का टूटा संपर्क
बर्फबारी के कारण बंद गंगोत्री हाईवे तीन दिन बाद भी नहीं खुल सका है। आज भी बीआरओ की टीम गंगोत्री तक हाईवे खोलने में जुटी है। बुधवार को सुक्की टॉप तक आवाजाही शुरू होने से स्थानीय लोगों को थोड़ा राहत मिली थी। आज धराली तक आवाजाही सुचारू की गई है। लेकिन गंगोत्री तक रास्ता खोलने में अभी समय लगेगा।
वहीं, पाले के कारण आवाजाही में अभी भी खतरा बना हुआ है। हाईवे बंद होने से उपला टकनौर के सात गांव सहित गंगोत्री और अंतराष्ट्रीय सीमा का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा है।
बता दें कि बीते सोमवार देर रात हुई बर्फबारी के कारण गंगोत्री हाईवे सुक्की से गंगोत्री तक करीब सुबह छह बजे बंद हो गया था। उसके बाद से बॉर्डर रोड ऑर्गनाईजेशन की मशीनरी लगातार हाईवे को सुचारू करने का प्रयास कर रही है।
वहीं, रात में बर्फबारी के कारण हाईवे पर फिर बर्फ जमा हो जा रही है। जिससे हाईवे को खोलने में बीआरओ की मशीनरी और मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार सुबह गंगोत्री यमुनोत्री धाम सहित हर्षिल घाटी में मौसम खुलने के बाद बीआरओ की टीम ने सुक्की के पहले मोड़ से सुक्की टॉप तक करीब पांच किमी सड़क पर बर्फ हटाकर आवाजाही के लिए सुचारू किया।
सुक्की टॉप से आगे अभी भी बर्फ हटाना मुसीबत बना हुआ है। क्योंकि बुधवार देर शाम को एक बार फिर हर्षिल घाटी में बर्फबारी शुरू हो गई है।
जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार हाईवे को सुचारू करने के लिए बीआरओ की टीम कार्य कर रही है। हर्षिल घाटी में अभी बिजली पानी की आपूर्ति सुचारू चल रही है।