आंखों में महसूस होता है भारीपन और सूजन, राहत पाने के ल‍िए अपनाएं ये 5 हेल्‍दी आदतें

आंखों का स्‍वास्‍थ्‍य भी शरीर के अन्‍य अंगों की तरह जरूरी है। लेक‍िन अक्‍सर हम आंखों के स्‍वास्‍थ्‍य को नजरअंदाज कर देते हैं। आंखें, हमारे शरीर का संवेदनशील भाग है।

आंखों में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव या फर्क को नजरअंदाज नहीं करना चाह‍िए। आज हम बात करेंगे आंखों में भारीपन या सूजन की समस्‍या के बारे में। आंखों में भारीपन या सूजन की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए आप कुछ आसान आदतों को अपने रूटीन में शाम‍िल कर सकते हैं। इन आदतों के बारे में व‍िस्‍तार से आगे जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने दुर्गा सहाय नर्स‍िंग होम, यूपी बि‍जनौर के नेत्र रोग व‍िशेषज्ञ डॉ व‍िनीत माथुर से बात की।

1. काम से ब्रेक लेना सीख लें

अध‍िक थकान के कारण आंखों में सूजन या हैवी आई ल‍िड्स की समस्‍या होती है। इससे बचने के ल‍िए समय-समय पर ब्रेक लें। हर घंटे अपनी आंखों को कम से कम 15 म‍िनट का आराम दें। इस तरह आंखों में थकान नहीं होगी और आप आंखों की सूजन से भी बच सकते हैं।

2. एल्‍कोहल का सेवन बंद कर दें

आंखों में भारीपन और सूजन की समस्‍या से बचना है, तो एल्‍कोहल का सेवन कम कर दें। एल्‍कोहल का ज्‍यादा सेवन करने से स्‍क‍िन डैमेज होती है और साथ ही आंखों की मसल्‍स और ट‍िशूज को भी नुकसान पहुंचता है। इससे आंखों में भारीपन महसूस हो सकता है।

3. पानी का ज्‍यादा से ज्‍यादा सेवन करें

अगर आप आंखों को स्‍वस्‍थ रखना चाहते हैं, तो ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी पीने की आदत बनाएं। अगर आप पानी नहीं प‍िएंगे, तो ड‍िहाइड्रेशन की समस्‍या होगी। ड‍िहाइड्रेशन के कारण आंखों की मसल्‍स में थकान महसूस हो सकती है। इसल‍िए स्‍वस्‍थ आंखों के ल‍िए ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी का सेवन करें।

4. पलकों को झपकाएं

आंखों में भारीपन या सूजन की समस्‍या रहती है, तो आपको पलकों को समय-समय पर झपकाना चाह‍िए। इससे आंखों को नमी म‍िलती है, बाहरी कणों को बाहर न‍िकालने में मदद म‍िलती है और आंखों का तनाव व थकान कम होती है। अगर आप ब‍िना पलकों को झपकाए ही काम करेंगे, तो आंखें ड्राई हो जाएंगी और सूजन या भारीपन महसूस होगा।

5. आई ड्राप का इस्‍तेमाल करें

आंखों को भारीपन से बचाना चाहते हैं, तो आई ड्राप का इस्‍तेमाल करें। जो लोग लगातार लैपटॉप या स्‍क्रीन पर काम करते हैं, उनकी आंखें ड्राई हो जाती हैं। इस कारण आई ल‍िड्स भारी महसूस होने लगती हैं। ड्राई आई के कारण रेडनेस की समस्‍या भी होती है। इसल‍िए डॉक्‍टर की सलाह पर आई ड्राप का प्रयोग करें।

उम्‍मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

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