कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आजमाए ये तीन उपायें…

हमारे आज के मॉडर्न लाइफस्टाइल और खाने-पीने की आदतों ने हमें कई बीमारियां सौगात में दी है उनमें से ही एक है कब्ज की शिकायत. जो आज हमारे अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खाने पीने की देन है.

आज दुनियाभर में औसतन 16 प्रतिशत लोग कब्ज से परेशान है. जिनमें से 33.5 फीसदी लोगों की उम्र 60 वर्ष से ज्यादा है. हालांकि ये बीमारी इतनी घातक नही लेकिन अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो ये अन्य परेशानियां खड़ी कर सकती है. इससे आपकी शारीरिक और आगे चलकर मानसिक हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है.

कब्ज की समस्या क्या है

मनुष्य का पेट ठीक से साफ न हो पाना, पेट साफ करने में परेशानी होना, कई कई दिनों तक पेट साफ न होना कब्ज के अंतर्गत आते है. ऐसे में सिरदर्द, पेट दर्द, सुस्ती जैसी परेशानियां हो सकती है. ठीक से पेट साफ न होने से कील-मुहांसों की समस्या भी हो सकती है.

लेकिन योग में इस परेशानी का हल दिया गया है. अगर आप कुछ आसन रोजाना करते है तो आपको पेट साफ करने में आसानी होगी. माना जाता है ऐसे तीन आसन हे जिसके बीच में गर्म नमकीन पानी पीने से आपको इस परेशानी से काफी राहत मिलेगी. लेकिन इन आसनों को करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें

– अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो गर्म नमकीन पानी की जगह गर्म सादा पानी पीएं.
– अच्छे नतीजों के लिए ये आसन रोज करें.
– इस दौरान तला-भुना और मसालेदार खाना खाने से बचें

करें ये 3 आसन

ताड़ासन

1. ताड़ासन करने से पहले दो गिलास नमक वाला गर्म पानी पीएं.
2. अपने पैरों को कुछ सेंटीमीटर की दूरी पर रखें और भुजाएं शरीर के बगल में रखें. इसी अवस्था में अपने पूरे शरीर को आराम दें.
3. अपनी दृष्टि को आंखों के ऊपर किसी बिंदु पर स्थिर करें. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके पैर की उंगलियों पर आते समय संतुलन बनाए रखने में मदद करता है.
4. अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाएं, अपनी उंगलियों को आपस में फंसा लें और हथेलियों को ऊपर की ओर रखते हुए अपने हाथों को अपने सिर पर रखें.
5. गहरी लंबी सांस लें और अपनी बांहों को अपने सिर के ऊपर फैलाएं और साथ ही अपने पैर की उंगलियों पर आ जाएं ताकि उंगलियों से पैर की उंगलियों तक पूरे शरीर में खिंचाव का अनुभव हो सके.
6. इसके बाद सांस छोड़ें, अपने पूरे शरीर को नीचे लाएं, प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं और अपने शरीर को शिथिल छोड़ दें. इस स्टेप को पांच बार दोहराएं.

त्रियक ताड़ासन

1. अपने पैरों को कंधे की लंबाई के बराबर एक दूसरे से अलग करके खड़े हो जाएं.
2. अपनी उंगलियों को आपस में फंसा लें और दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और हथेलियां ऊपर की ओर रखें. कोहनियां सीधी होनी चाहिए.
3. सांस लें. फिर जैसे ही आप सांस छोड़ें, अपने धड़ को कूल्हों से झुकाए बिना दाई ओर झुकाएं, शरीर और चेहरे को आगे की ओर रखें. जितना हो सके उतना झुकें. कुछ सेकंड के लिए रुकें. फिर जैसे ही आप सांस लें, सेंटर में वापस आ जाएं. फिर सांस छोड़ें और बाई ओर झुकें.
4. इस आसन को भी रोजाना पांच से सात बार करें.

कटि चक्रासन

1. इसके लिए पैरों को अलग और हाथों को शरीर के बगल में रखकर त्रियक ताड़ासन की तरह ही प्रारंभिक स्थिति में बने रहें.
2. सांस लें और दोनों हाथों को कंधे के स्तर तक उठाएं. सांस छोड़ें और शरीर को दाहिनी ओर मोड़ें, दायां हाथ कमर के चारों ओर घुमाएं और बायां हाथ दाएं कंधे पर रखें. अधिक से अधिक मोड़ें और पीछे की ओर देखें.
3. कुछ सेकंड के लिए या जब तक आप सांस छोड़ते हुए रुक सकें तब तक अंतिम स्थिति में रहें. फिर सांस लेते हुए सेंटर में वापस आ जाएं.
4. अपने हाथों को नीचे किए बिना, सांस छोड़ें और बाई ओर मुड़ें, अपने बाएं हाथ को कमर के चारों ओर घुमाएं और दाएं हाथ को बाएं कंधे पर रखें। कुछ सेकंड के लिए रुकें. फिर सांस लेते हुए प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं.

5. इसे भी रोजाना पांच से सात बार दोहराएं.

6. दो गिलास पानी और पीएं और ऊपर बताएं अनुसार ये आसन दोहराते रहें.

खाने-पीने में भी करें बदलाव

इन आसनों के साथ ही अगर आप अपने खाने-पीने में बदलाव करेंगे तो आपको काफी फायदा होगा इसके लिए आप फाइबर युक्त आहार ज्यादा से ज्यादा खाएं और अपने खाने में कार्बोहाइड्रेट, वसा, और जंक फूड की मात्रा को कम कर दें. दैनिक आहार में ताजे फल शामिल करें और सुबह सबसे पहले दो गिलास गर्म पानी पीएं. इन छोटे छोटे बदलावों से आपको काफी इस परेशानी से काफी राहत मिलेगी.

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