दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने भूमि अधिग्रहण घोटाले के मामले की CBI को भेजी रिपोर्ट
द्वारका एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण में कथित रूप से हुए घोटाले के मामले को अब दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने सीबीआई को भेज दिया है। इस घोटाले में दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार पर आरोप लगाया था कि उन्होंने जमीन की कीमत करीब 22 गुना बढ़ाकर अपने बेटे करण चौहान से जुड़े एक कंपनी को फायदा पहुंचाया। आरोप है कि जमीन अधिग्रहण के लिए करीब 850 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है। आम आदमी पार्टी सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि साल 2015 में 7 प्रतिशत सर्किल रेट पर अधिग्रहित की गई इस जमीन में हुए घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच को लेकर इसे ईडी के पास भी भेजा गया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से अनुमति मिलने के बाद मामले को सीबीआई और ईडी दोनों ही जांच एजेंसियों को भेजा गया है। इससे पहले दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मर्लेना ने दिल्ली के मुख्य सचिव से जुड़े इस कथित भ्रष्टाचार की सप्लीमेंट्री रिपोर्ट दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भेजा था।
आतिशी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी के खिलाफ कोई ऐक्शन नहीं लिया था। कार्रवाई करने को लेकर सिर्फ कागज पर ही नूरा-कुश्ती चल रही थी। दरअसल यह पूरा विवाद दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के बामनोली गांव में द्वारका एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण से जुड़ा है। इसी के साथ आतिशी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि इस भ्रष्टाचार की पूरी असलियत को सामने लाने के लिए इसकी सीबीआई और ईडी से जांच जरूरी है। जांच होने तक मुख्य सचिव को निलंबित भी रखा जाए।
दिल्ली सरकार ने बामनोली जमीन अधिग्रहण में कथित गड़बड़ी को लेकर अपनी रिपोर्ट एलजी को भी भेजी थी। लेकिन उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली सरकार की इस रिपोर्ट पर विचार करने से इनकार कर दिया था। उपराज्यपाल ने कहा था कि इस रिपोर्ट को देखकर ऐशा लगता है कि पूरी रिपोर्ट उनकी काल्पनिक धारणाओं से प्रेरित है।
उपराज्यपाल ने इसके साथ ही यह भी कहा था कि खुद मुख्य सचिव की रिपोर्ट पर उन्होंने इस जमीन अधिग्रहण में भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। राज निवास कार्यालय की तऱफ से आतिशी की रिपोर्ट को लेकर यह भी कहा गया था कि इस रिपोर्ट को देख कर ऐसा लगता है कि इस रिपोर्ट को मौजूदा जांच को सुविधाजनक बनने के बजाए उसमें बाधा डालने के लिए तैयार किया गया है।