यूपी: पूर्व विधायक विनय तिवारी की पत्नी भी जांच के घेरे में, जानिए पूरा मामला
लखनऊ, पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज व सहयोगी कंपनियों द्वारा बैंकों के साथ की गई 754.24 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में उनकी पत्नी रीता तिवारी भी जांच के घेरे में आ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही जांच में इस संदर्भ में कई और जानकारियां सामने आई हैं। रीता तिवारी ने नियमों के विरुद्ध 2014 में कंपनी के निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया था, जबकि वह कंपनी की गारंटर थीं।
सीबीआई ने दर्ज किया था केस
लखनऊ के विभूतिखंड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एक अधिकारी की शिकायत पर सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज किया था। इसी को आधार बनाकर जनवरी, 2021 में विनय व अन्य के विरुद्ध ईडी ने प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच के बाद विनय शंकर तिवारी की 72 करोड़ की संपत्तियां ईडी ने बीते दिनों जब्त की हैं। इसमे लखनऊ, महाराजगंज और गोरखपुर की 27 संपत्तियां शामिल हैं।
बाहुबली नेता स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं विनय तिवारी
2012 से 2016 के बीच सात बैंकों से विनय ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के नाम पर 1129.44 करोड़ रुपये की क्रेडिट लिमिट ली थी। साथ ही उन्होंने इसका एक बड़ा हिस्सा दूसरी सहयोगी कंपनियों को दे दिया था। इसके चलते बैंकों को 754.24 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। विनय पूर्वांचल के बाहुबली नेता स्वर्गीय हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं।