RBI के निर्देश के बाद आज इन बैंक के शेयर में उतार-चढ़ाव जारी, 7% की गिरावट
बीते दिन भारतीय रिजर्व बैंक ने उपभोक्ता लोन के नियमों को कड़ा कर दिया है। इस फैसले के बाद शेयर मार्केट में लिस्टिड बैंक के शेयरों में बिकावली का दौर शुरू हो गया है। शुक्रवार को सुबह के कारोबार में बैंक और एनबीएफसी कंपनियों के शेयरों में 7 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
इन बैंक के स्टॉक में आई गिरावट
भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में 3.34 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, एक्सिस बैंक के शेयरों में 3 फीसदी की गिरावट आई, केनरा बैंक के शेयरों में 2.67 फीसदी की गिरावट आई और बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयरों में 2.31 फीसदी की गिरावट आई। बीएसई पर फेडरल बैंक (1.39 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (1.26 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (1.16 फीसदी) और इंडसइंड बैंक (0.89 फीसदी) में भी गिरावट आई।
बीएसई बैंकेक्स इंडेक्स 1.12 फीसदी गिरा और निफ्टी बैंक इंडेक्स भी गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है।
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में, एसबीआई कार्ड और पेमेंट सर्विसेज के शेयरों में 6.70 फीसदी की गिरावट आई। वहीं, उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेज में 5 फीसदी, अरमान फाइनेंशियल सर्विसेज (3.91 फीसदी) और आईआईएफएल फाइनेंस (3.78 फीसदी) के शेयर भी गिरकर करोबार कर रहे हैं।
आरबीआई का निर्देश
भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को उपभोक्ता लोन के लिए मानदंडों को कड़ा कर दिया। आरबीआई ने बैंकों और एनबीएफसी को पर्सनल लोन लिए उच्च जोखिम भार निर्धारित करने का निर्देश दिया है। इसका उद्देश्य ऋणदाताओं को अधिक सतर्क बनाना है। वहीं, असुरक्षित उपभोक्ता ऋण पर जोखिम भार 25 प्रतिशत अंक बढ़ा दिया गया है।
हालाँकि, नए नियम होम लोन, एजुकेशन लोन, व्हीकल लोन और सोने और सोने के आभूषणों द्वारा सुरक्षित लोन पर लागू नहीं होंगे। उच्च जोखिम भार का मतलब है कि उधारदाताओं को उपभोक्ता लोन के लिए सुरक्षा जाल के रूप में अधिक धनराशि अलग रखने की आवश्यकता है। इस तरह लोन और अधिक महंगा बना सकता है। आसान शब्दों में उच्च जोखिम भार बैंकों की लोन देने की क्षमता को सीमित कर देता है।
आरबीआई ने अपने सर्कुलर में कहा कि बैंकों के उपभोक्ता लोन जोखिम (बकाया और नए) के संबंध में जोखिम भार बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसमें व्यक्तिगत ऋण भी शामिल हैं, लेकिन होम लोन, एजुकेशन लोन, व्हीकल लोन और सोने और सोने के आभूषणों द्वारा सुरक्षित लोन को छोड़कर पर 25 प्रतिशत अंक बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया गया है।