बद्रीनाथ धाम में दो दिनों तक जप तप में बैठी रही फिल्म एक्ट्रेस रवीना टंडन
फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन अपनी बेटी के साथ दो दिनों तक बद्रीनाथ धाम की आध्यात्मिक यात्रा के बाद वापस लौट गई है। दो दिवसीय प्रवास के दौरान अभिनेत्री रवीना टंडन पूरी तरह अध्यात्म के रंगों में रंगी रही। फिल्म अभिनेत्री ने बद्रीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के अलावा नारायण की जन्मस्थली लीलाढूंगी,सौंदर्य की देवी उर्वशी मंदिर तथा माणा के तीर्थ स्थलों पर जाकर पूजा अर्चना की। तथा आदिगुरु शंकराचार्य मठ में ध्यान लगाया।
गौरतलब है कि फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन मंगलवार को बद्रीनाथ धाम पहुंची थी। बताया गया कि अभिनेत्री रवीना टंडन ने बद्रीनाथ धाम में ठहर कर यहां जप तप व ध्यान करने की इच्छा व्यक्त की। हालांकि उन्होंने उनके बदरीनाथ प्रवास की जानकारी सार्वजनिक करने को लेकर परहेज की।
रवीना टंडन ने की आध्यात्मिक यात्रा
बताया गया कि रवीना टंडन ज्योर्तिमठ के ब्रह्मचारी मुकुलानंद के साथ बद्रीनाथ धाम के बामणी गांव से लीलाढुंगी पहुंची जहां उन्होंने पूजा अर्चना की। इसके बाद सौंदर्य की देवी उर्वशी के मंदिर में दर्शन पूजा अर्चना के अलावा बामणी गांव के नंदा देवी मंदिर में भी दर्शन कर यहां का मात्म्य जाना। रवीना टंडन को जब यह जानकारी मिली की महाभारत की रचना करने वाले वेदव्यास की ब्यास गुफा भी यहीं है तो तो उन्होंने इस तीर्थस्थल में भी जाने की इच्छा जताई तथा माणा गांव में सरस्वती नदी, , व्यास गुफा, भीमपुल, नारद गुफा, आदि तीर्थस्थलों में जाकर पूजा अर्चना की।
रवीना ने सुनी कथा
रवीना टंडन इस आध्यात्मिक नगरी से इतनी प्रभावित हुई कि उन्होंने बदरीनाथ में ज्योर्तिमठ के शिव मंदिर ,शेषनेत्र मंदिर में घंटों ध्यान लगाया तथा पुजारियों से बद्रीनाथ की कथा भी श्रवण की। इस दौरान रवीना टंडन ने कहा कि अध्यात्म से मन में शांति होती है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक शिक्षा को वरीयता दी जानी चाहिए। उन्होंने ज्योतिर्पीठ के गुरुकुल शिक्षा पद्धति की भी सराहना की ओर कहा कि वे अपने बच्चों को भी वेद पुराणों की शिक्षा देना चाहती थी लेकिन वह इससे वंचित रह गई।
रवीना के साथ उनकी बेटी भी पहुंची
रवीना टंडन के साथ यात्रा पर आई उनकी बेटी भी बद्रिकाश्रम में शहरी चकाचौंध से दूर अपनी मां के साथ मंदिरों में दर्शन के दौरान पूजा अर्चना में ध्यान मगन दिखी। इस दौरान उन्होंने जगह जगह जाने पर उन्होंने अपना परिचय सार्वजनिक करने में परहेज की। हालांकि बामणी गांव, बदरीनाथ, माणा गांव में उनको पहचाने के बाद प्रशंसकों ने फोटो खिंचवाई।