गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर पर एयर स्ट्राइक, अलजजीरा कर्मचारी के 19 लोगों का परिवार खत्म
इजरायली सेना गाजा पट्टी के राहत कैंप पर हवाई हमला करके एक ही झटके में कई लोगों को मौत की नींद सुला दिया। आईडीएफ का दावा है कि इस हमले में हमास के करीब 50 आतंकी ढेर किए जा चुके हैं। रिपोर्ट है कि इस हमले में अल जज़ीरा के लिए काम करने वाले एक इंजीनियर ने अपने 19 परिजनों को खो दिया। इजरायल अब हमास के खिलाफ जंग में गाजा पट्टी पर जमीनी लड़ाई शुरू कर चुका है। इजरायल ने हमास आतंकियों को निशाना बनाते हुए गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर पर बमबारी की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा ब्यूरो में काम करने वाले मोहम्मद अबू अल-कुम्सन ने जबालिया कैंप पर इजरायली हवाई हमले में अपने पिता, भाई, दो बहनों और आठ भतीजों और भतीजियों को खो दिया, अल जज़ीरा ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, “इजरायली सेना द्वारा किया गया नरसंहार”। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ दिन पहले, अल जजीरा के एक संवाददाता ने इजरायली हवाई हमले में अपनी पत्नी, बेटे, बेटी और पोते को खो दिया था।
गाजा पट्टी में लगातार हमला कर रहा इजरायल हमास को जड़ तक कुचलने की कसम खा चुका है। सेना ने एक बयान में कहा है कि जबालिया शिविर पर हमले में 47 लोग मारे गए, जिसमें एक शीर्ष हमास कमांडर इब्राहिम बियारी भी शामिल था, जो 7 अक्टूबर के हमले में शामिल था जिसने इज़रायल को हमास के खिलाफ युद्ध की घोषणा करने के लिए प्रेरित किया।
उधर, फिलिस्तीनी अधिकारियों ने दावा किया कि शरणार्थी शिविर पर बमबारी में 50 से अधिक लोग मारे गए हैं।
एक झटके में बिछ गई कई लाशें
रिपोर्ट के मुताबिक, रात होने से ठीक पहले घनी आबादी वाले जबालिया शिविर में जबरदस्त विस्फोट हुआ। इस हमले पर बोलते हुए इजराइली सेना ने कहा कि उसके युद्धक विमानों ने एक सुरंग परिसर पर हमला किया था जिसमें कमांडर इब्राहिम बियारी सहित हमास के कई आतंकी मारे गए। उधर, हमास ने शिविर में अपने किसी भी नेता की मौजूदगी से इनकार किया है।
इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि बियारी ने 7 अक्टूबर को इजरायल में हमास के हमले की योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस हमले में इजरायली खेमे से 1,400 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे।
इज़रायल ने गाजा में अपने जमीनी कार्यकर्ताओं का विस्तार किया है और हमास के खिलाफ युद्ध में किसी भी युद्धविराम से इनकार किया है। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इज़रायल पर रॉकेट वर्षा करने के बाद युद्ध शुरू हुआ है। हमास पर इजरायली के सीमावर्ती कस्बों में तोड़फोड़ करने, नागरिकों की हत्या और अपहरण का आरोप है। हमास के आतंकी कम से कम 230 बंधकों को इज़राइल से गाजा लेकर गए हैं। वहां उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है।