ताज पैलेस होटल में मिला था ‘रहस्यमयी चाइनीज बैग’, कई घंटो चला ड्रामा
जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit Delhi) में भाग लेने आए चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग की सुरक्षा में तैनात चीनी सुरक्षाकर्मियों द्वारा अपने साथ लेकर लाए कई बड़े संदिग्ध सूटकेसों को लेकर ताज पैलेस होटल में कई घंटे तक खूब हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ।
विदेश मंत्रालय व आइबी समेत केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी सूटकेसों में रखे उपकरणों की जांच कराने के लिए बार-बार अनुरोध करते रहे, लेकिन चीनी सुरक्षाकर्मी जांच कराने के लिए तैयार नहीं हुए। काफी दबाव आने पर चीनी सुरक्षाकर्मियों ने उक्त सूटकेसों को चीनी दूतावास में रखवा दिया।
सूत्रों के मुताबिक चीनी प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ता के पास मौजूद सूटकेसों में संदिग्ध उपकरण की आशंका पर ताज पैलेस होटल में तैनात भारतीय सुरक्षा एजेंसी कुछ देर के लिए भयभीत हो गए थे। जब उसे दूतावास में रखवा दिया गया तब सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली।
उसी होटल में ठहरे हुए थे ब्राजील के राष्ट्राध्यक्ष
एजेंसियों को शक है कि सूटकेसों में ट्रैकिंग सेट अप उपकरण रहा हो जिसके जरिए चीनी सुरक्षाकर्मियों की मंशा जी-20 सम्मेलन के दौरान सुरक्षा संबंधी वायरलैस सिस्टम को ट्रैक करने की हो। उसी होटल में ब्राजील के राष्ट्राध्यक्ष भी ठहरे हुए थे। वहां अगले साल जी-20 शिखर सम्मेलन होना है। इसलिए जासूसी की आशंका के मद्देनजर सुरक्षाकर्मियों में कई घंटे तक हड़कंप मचा रहा।
सुरक्षाकर्मियों को कैसे हुई गड़बड़ी की आशंका?
सूत्रों के मुताबिक चीनी सुरक्षाकर्मियों द्वारा लाए गए सामान की कहीं भी जांच नहीं की गई क्योंकि यह राजनयिक सामान का हिस्सा था जिसके लिए वियना कन्वेंशन के तहत सभी प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक होता है।
जानकारी के मुताबिक खुफिया विभाग के एक अधिकारी को होटल की सुरक्षा में तैनात कुछ सुरक्षाकर्मियों ने कुछ गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर उन्हें सचेत करने के लिए यह जानकारी दी।
बताया जाता है कि चीनी सुरक्षाकर्मियों ने मौखिक रूप से होटल मैनेजर से अलग से इंटरनेट कनेक्शन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। जिसके बाद होटल के सुरक्षा कर्मियों को शक गहरा गया।
सूचना मिलते ही सभी एजेंसियां हड़कत में आ गई। इंटरनेट कनेक्शन अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया। चीनी दल ब्राजील के गणमान्य व्यक्तियों के साथ ताज पैलेस होटल में रुका हुआ था, जो अगले जी20 कार्यक्रम की मेजबानी करेगा। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस सम्मेलन में शामिल नहीं हुए।
चीनी प्रधान मंत्री ली कियांग को उन्होंने भारत में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भेज दिया। उनके आगमन की घोषणा अंतिम समय में की गई थी, उन्होंने चीनी राष्ट्राध्यक्षों के लिए आने वाले सामान्य “विशेष विमानों” में से एक पर यात्रा नहीं की और इसके बजाय भारतीय एजेंसियों को आश्चर्यचकित करने के लिए एक चार्टर्ड विमान से दिल्ली पहुंच गए।