सनातन धर्म के खिलाफ बयान देकर बुरे फंसे उदयनिधि स्टालिन, शिवसेना नेता ने उठाई कार्रवाई की मांग
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने रविवार को कहा कि ‘सनातन धर्म मलेरिया डेंगू की तरह है जिसे मिटाना जरूरी है।’ उदयनिधि स्टालिन ने भले ही तमिलनाडु में ये बयान दिया था लेकिन इस एक बयान ने देशभर में सियासी भूचाल ला दिया।
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा लगातार उदयनिधि स्टालिन और विपक्षी गुट आई.एन.डी.आई.ए. के नेताओं पर निशाना साधा जा रहा है। इसी बीच सोमवार को शिवसेना शिंदे गुट के नेता राहुल कनाल ने मुंबई के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर, लॉ एंड ऑर्डर, सत्यनारायण चौधरी को चिट्ठी लिखकर उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
बड़े पैमाने पर भावनाओं को पहुंचाया गया ठेस: राहुल कनाल
चिट्ठी में उन्होंने लिखा,”सनातन धर्म को खत्म करने के बारे में उदयनिधि स्टालिन का बयान नफरत फैलाने और बड़े पैमाने पर भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से दिया गया है। मैं राजनीतिक फायदे के लिए जानबूझकर नफरत फैलाने वाले इस तरह के बयान देने वालों के खिलाफ आपसे सख्त कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं।”
दिल्ली पुलिस ने भी मामला किया दर्ज
इससे पहले रविवार (3 सितम्बर) को सर्वोच्च न्यायालय के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस द्वारा स्टालिन के खिलाफ आईपीसी की धारा 120B, 153A, 295, 504 और आईटी एक्ट की धाराओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।
भाजपा ने उदयनिधि स्टालिन के जरिए विपक्ष पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक ने उदयनिधि स्टालिन के बयान के जरिए विपक्षी गठबंधन आई.एन.डी.आई.ए. पर निशाना साधा है। गौरतलब है कि उदयनिधि स्टालिन के बयान पर ज्यादातर विपक्षी नेताओं ने चुप्पी साध ली है।
रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान पर राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं की चुप्पी चौंकाने वाली है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए।