अलका लांबा के बयान पर कांग्रेस ने दी सफाई, जानिए पूरा मामला…
कांग्रेस ने बुधवार को आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद अलका लांबा ने कहा कि पार्टी सातों सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। जिसके बाद पार्टी के साथ इंडिया गठबंधन में शामिल आप बिफर गई। लांबा के बयान के सियासी मायनों को देखते जल्द ही कांग्रेस की तरफ से इसका खंडन भी आ गया। पार्टी ने लांबा के बयान को निजी बताकर उससे पल्ला झाड़ लिया। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का रुख देखने के बाद आगे का फैसला करेगी।
गठबंधन का क्या फायदा
आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को कहा कि अगर दिल्ली में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी तो गठबंधन का क्या फायदा। हालांकि, कांग्रेस द्वारा बयान को खारिज करने के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का रुख देखने के बाद आम आदमी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व आगे का फैसला करेगा।
कांग्रेस का रुख देखेंगे
आप प्रवक्ता कक्कड़ ने कहा कि हमें सूत्रों से जानकारी मिली है कि कांग्रेस अनुशासनहीनता के कारण अलका लांबा पर कार्रवाई कर सकती है। ऐसी ही अनुशासनहीनता के कारण आम आदमी पार्टी ने उन्हें निकाला था। अब हम कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का रुख देखेंगे।
गठबंधन का स्वरूप तय करना, पार्टी हाईकमान का काम
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि दिल्ली में गठबंधन का स्वरूप क्या होगा, यह कैसे काम करेगा। यह तय करना पार्टी हाई कमान व राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का काम है। हमारा काम है कि दिल्ली में कैसे कांग्रेस संगठन आम आदमी की आवाज बन सके, इसके लिए आम लोगों के बीच पार्टी नेता ज्यादा से ज्यादा पहुंचने का प्रयास करेंगे।
केजरीवाल की 20 अगस्त को मध्यप्रदेश में रैली
विपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन में चल रही खटपट के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आगामी 20 अगस्त को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए रीवा में रैली करेंगे। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी रहेंगे। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संदीप पाठक ने ट्वीट करके यह जानकारी दी।