कांवड़ यात्रा में भिड़े वाहन, पांच की मौत, मृतकों में दो डाक कांवड़िये भी शामिल
कासगंज, रविवार की रात शहर से लेकर सोरों तक कांवड़यात्रा का जोर रहा। इस दौरान आधा दर्जन स्थानों पर वाहन आपस भिड़े तो कहीं राहगीरों को रौंदते हुए गुजर गए। दुर्घटनाओं में पांच लोगों की मृत्यु हो गई। इनमें दो डाक कांवड़िया, एक गंगास्नानार्थी और दो राहगीर शामिल हैं। दुर्घटनाओं में तीन दर्जन लोग घायल भी हुए हैं। इनमें अधिकतर कांवड़िये ही हैं। सोरों मार्ग पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं हुईं।
कार लोडर से भिड़ी
शहर में रविवार की रात मथुरा-बरेली मार्ग पर तमाम कांवड़िया अपने गंतव्य की ओर कूच कर रहे थे तो बहुत से सोरों पहुंच रहे थे। इनके वाहनों में डीजे बज रहे थे। रास्ते में यह नाचते-गाते और जयघोष करते चल रहे थे। शहर के अंदर से गुजर रहा यह राजमार्ग कांवड़ियों से ही रेंग रहा था। इसी दौरान नदरई गेट पर विपरीत दिशा से गुजरी गंगा स्नानार्थियों की कार सामने से आ रहे फिरोजाबाद के कांवड़ियों के डीजे लगे लोडर वाहन से भिड़ गई। दुर्घटना में जहां कार में सवार राजस्थान के भरतपुर क्षेत्र के गांव रूपवास निवासी श्याम सुंदर और उनकी पत्नी शीला गंभीर घायल हो गईं। कार में बैठे अन्य चार लोग भी घायल हो गए।
गंभीर घायलों को अलीगढ़ भेजा
उधर, कांवड़ियों के वाहन में सवार आठ श्रद्धालु भी घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। उधर, दोनों वाहनों के आमने-सामने से टकराने पर नदरई गेट पर कांवड़ यात्रा घंटों ठहरी रही। बाद में पुलिस ने वाहन हटवाकर मार्ग पर आवागमन शुचारु कराया। उधर, जिला अस्पताल मे श्याम सुंदर को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उनकी पत्नी की हालत गंभीर देख उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया गया।
सोरों से कछला की ओर हुयी घटना
दूसरी घटना सोरों से कछला की ओर नगरिया पेट्रोल पंप के पास हुई। यहां फिरोजाबाद के मटसेना क्षेत्र के गांव पिलुआ के युवकों का दल डाक कांवड़ लेकर लौट रहा था। यह मार्ग पर दौड़ लगा रहे थे। रात करीब बारह बजे सामने सोरों की ओर से आ रहे लोडर वाहन (मैक्स) ने कांवड़िया 19 वर्षीय रामलखन उर्फ रवी पुत्र संतोष पाल में ट्कर मार दी। गंभीर हालत में रवी को पहले सोरों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया, वहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कांवड़ लेकर आ रहे थे
शहर के सहावर गेट, अमांपुर बस अड्डा के पास निवासी बबलू कुशवाहा भी स्वजन के साथ कांवड़ लेकर आ रहे थे। उनके साथ मां रामबेटी, पत्नी सुनीता और बेटा शिवम भी थे। नगरिया के पास इन्हें रोडवेज बस ने पीछे से रौंद दिया। गंभीर रूप से घायल बबलू को जिला अस्पताल लाया गया। वहां से उन्हें आगरा रेफर कर दिया। आगरा ले जाते समय उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया।
कांवड़ यात्रा चल रही थी
चौथी घटना चांड़ी मार्ग पर नीमरी गांव के पास हुई। गंजडुंडवारा के गांव नगला भवानी निवासी सुधीर अपने मालिक लड़ैत के साथ कार लेकर कासगंज आए थे। रात में यहां से लौट रहे थे। मार्ग पर कांवड़ यात्रा चल रही थी। अज्ञात वाहन ने इनकी कार में टक्कर मार दी। कार क्षतिग्रस्त हो गई। दुर्घटना में सुधार और लड़ैत दोनों गंभीर घायल हो गए। दोनों को पुलिस ने जिला अस्पताल भिजवाया। वहां सुधीर को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। लड़ैत को अलीगढ़ रेफर कर दिया गया।
अज्ञात वाहन ने रौंदा
उधर, सहावर में सोरों मार्ग पर भी रात को कांवड़ यात्रा गुजर रही थी। रात करीब बारह बजे रामनगर निवासी सतेंद्र अपनी बहन के घर से गांव लौट रहे थे. ताली गांव के पास अज्ञात वाहन ने उन्हें रौंद दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल भिजवाया। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
दुर्घटनाओं में यह हुए घायल
सोरों मार्ग पर कांवड़ यात्रा के दौरान वा्हन टकराने से तीन दर्जन लोग घायल हुए हैं। इनमें से गंभीर चोट वालों को आगरा-अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। मामलू घायल प्राथमिक उपचार कराकर गंतव्य को चले गए। इनमें अधिकतर कांवड़िये थे। जिला अस्पताल में पहुंचकर उपचार कराने वालों में फिरोजाबाद जिले के बसराव निवासी दीपक, नगला हिम्मत निवासी दीपक, नरेंद्र सिंह, पवन कुमार, लवकुश व गुड्डू, सत्यानगर निवासी दीपू, एका निवासी सनी, जसराना निवासी मोहित व दुर्गेश, नगला ईश्वरी निवासी सोनू, बलवीर, व गुड्डू, गंगापुर निवासी नीरज, अंशुल व कुशलपाल निवासी जलालपुर शामिस हैं।
राजस्थान के भरतपुर के रूपवास निवासी कालीचरन, दीवान सिंह, उमेश, मुन्नी देवी शामिल हैं। आगरा के चकसमर निवासी अर्जुन सिंह व मंगल देवी व खेरागढ़ निवासी अजय ने भी चिकित्सकीय परीक्षण कराया है। बदायूं के हेवतपुर निवासी धर्मेंद्र और कासगंज के छावनी निवासी संजय व रामनरेश भी दुर्घटना में घायल हो गए।