कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने विपक्ष की बैठक को बताया शादी समारोह, जानिए क्यों….
विपक्ष की एकता पर संकट के बादल कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने विपक्षी एकता की भव्य बैठक को शादी समारोह बता दिया. प.बंगाल कांग्रेस के चीफ अधीर रंजन ने कहा कि यह एक शादी समारोह थी, जिसमें कांग्रेस को शिष्टाचारवश शामिल होना पड़ा.
अधीर रंजन चौधरी कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच किसी भी समझौते के हमेशा खिलाफ रहे हैं. राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि इसके जरिए वह पार्टी आलाकमान को यह संकेत भेजने की कोशिश कर रहे हैं कि बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी का किसी भी तरह का समझौता मंजूर नहीं होगा.
क्या बोले राजनीतिक पर्यवेक्षक
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का यह भी मानना है कि ममता बनर्जी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी के शुक्रवार को पटना में मंच साझा करने से बीजेपी को यह सवाल करने का मौका मिल गया कि सीपीआई (एम) और कांग्रेस साझा नेतृत्व कैसे कर सकते हैं? वे अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को मूर्ख बना रहे हैं जो पश्चिम बंगाल में तृणमूल के हमलों का सामना कर रहे हैं.
इन कामों के जरिए वह भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जाने से बचना चाहते हैं. पहले ही उनके दो सहयोगी जेल में हैं. केजरीवाल का विपक्षी एकता पर बयान इसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश है. यह बीजेपी के साथ राजनीतिक सौदेबाजी के लिए सोच-समझकर उठाया गया कदम है.
कांग्रेस और आप में ठनी
इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला था. दरअसल केंद्र के अध्यादेश को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब तक इस पर कांग्रेस अपना रुख स्पष्ट नहीं करती, तब तक गठबंधन में आने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
इसे लेकर कांग्रेस नेता अजय माकन ने केजरीवाल को जमकर खरी-खरी सुनाई. उन्होंने कहा कि बीते कुछ हफ्तों में केजरीवाल की राजनीतिक पैंतरेबाजी ने लोगों को हैरान कर दिया है.